पीसीसी अध्यक्ष को लेकर अटकले तेज
प्रदेश कांग्रेस संगठन चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस भवन में निर्वाचन प्रभारी रजनी पाटिल की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संगठन चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस भवन में निर्वाचन प्रभारी रजनी पाटिल की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है जिसमें पीसीसी अध्यक्ष सहित अन्य अध्यक्षों के प्रस्ताव पर आम सहमति बनाने का प्रयास किया जायेगा। ऐसे में शहर जिला अध्यक्ष विकास उपाध्याय और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के यथावत पद में बने रहने पर अटकलें तेजहो गई हैं।
ऐसा माना जा ररहा है कि पीसीसी अध्यक्ष बघेल के नेतृत्व पर सभी कांग्रेसियों ने पहले ही स्वीकारीता को लेकर सहमति दे दी है लेकिन जिलाा अध्यक्षों को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही है। हालांंकि पीसीसी अध्यक्ष के पद में दो या तीन नाम सामने उभरकर आये हैं। जिसमें वर्तमान अध्यक्ष भूपेश बघेल के साथ वरिष्ठ कांग्रेसी व ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद चरणदास महंत के नामों सुर्खियों मेें है। वहीं रायपुर शहर अध्यक्ष विकास उपाध्याय के बदले जाने को लेकर अधिक चर्चाएं हैं।
क्योंकि श्री उपाध्याय पिछले काफी समय से सक्रिय है और आने वाले विधानसभा चुनाव में वे रायपुर पश्चिम से अहम दावेदारी पेश करने की पूरी तैयारी की है। इस वजह से उन्हें जिम्मेदारियों से मुक्त किया जा सकता है ताकि ववे चुनाव तैयारियों में अधिक रूचि ले सके।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगगढ़ निर्वाचन अधिकारी रजनी पाटिल काफी गोपनीय तरीके से राजधानी पहुंची है और दोपहर 12 बजे से कांग्रेस भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक प्रारंभ हुई है। जिसमें प्रदेश कार्यकारिणी व समन्वय समिति में सदस्य हिस्सा ले रहे है। इसमें जो मुद्दे विचार विमर्श के लिये रखे जा सकते है उनमें जिला अध्यक्षों की नियुक्ति, ब्लााक अध्यक्षों की नियुक्ति के साथ पीसीसी अध्यक्ष के प्रस्ताव को आम सहमति के साथ एआईसीसी दिल्ली भेजे जाने पर विचार होगा। ऐसा माना जा रहा है कि कई जिले के जिलाध्यक्ष बदले जा सकते है।
क्योंकि चुनाव में टिकिट मांग करने वाले दावेदारों को इनके दायित्वों से मुक्त कर चुनाव तैयारी के लिये उतारा जा सकता है। वहीं पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के नाम पर पूर्ण सहमति वाले प्रस्ताव पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं दिखलाई पड़ रही है। वहीं 2018 में होने वाले विस चुनाव के चलते तैयारियों पर भी और संगठनात्मक तौर पर और मजबूती के साथ तैयार किया जा सके ताकि चुनाव के बाद सत्ता में वापसी हो पाए यह महत्वपूर्ण विषय है।
यहां पर यह बताया जाना लाजमी है कि छजकां ने पिछले दिनों 11 विधानसभा सीटों में उम्मीदवार तय कर नामों की घोषणा कर दी है। उसके बाद से अन्य प्रतिस्पर्धी दलों में काफी होड़ मची हुई है। ऐसा बताया जा रहा है कि आज के बाद दिल्ली भेजे जाने वाले प्रस्ताव बाद कई कांग्रेसियों का भविष्य तय हो जायेगा। साथ ही पीसीसी की रणनीति की एक झलक मिल जाएगी। अब तक जोरदार प्रदर्शन करने वाले शहर जिला अध्यक्ष ििवकास उपाध्याय के प्रददर्शन को लेकर कोई विरोध या आपत्ति जैसी बाते नहीं दिखलाई पड़ रही है।
प्रवक्ताओं को नहीं थी खबर
पीसीसी की अहम बैठक में शामिल होने के लिये अचानक पहुंची निर्वाचन अधिकारी रजनी पाटिल के रायपुर आगमन की खबर कांग्रेस प्रवक्ताओं तक नहीं थी। इसमें कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ताओं के पैनल में शामिल सभी नामों में लगभग जानकारी नहीं होने की बात कही। ऐसे में यहसमझा जाना चाहिए कि दिल्ली से तैयारी के साथ पहुंची रजनी पाटिल की बैठक के बाद कांग्रेस में बड़ी घोषणा हो सकती है जो राष्ट्रीय नेतृत्व के लगभग चर्चा के बाद राजधानी आई है।
कांग्रेस भवन में गहमागहमी का माहौल
इधर बैठक के दौरान कांग्रेस भवन के अंदर और बाहर दोनों स्थान पर काफी गहमागहमी का माहौल दिखलाई पड़ा। अपने नेताओं की नियुक्ति को लेकर उत्सुकता में है। जिसमें कई कार्यकर्ता काफी तैयारी के साथ कांग्रेस भवन पहुंचे हुए है और पूरे गांधी मैदान में गाड़ियों का रेला लगा हुआ है।


