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पीएचई के एसडीओ व उप अभियंता के वेतन रोकने निर्देश

आगामी ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं संचालित नल जल प्रदाय योजना से संबंधित सरपंचों की बैठक

पीएचई के एसडीओ व उप अभियंता के वेतन रोकने निर्देश
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इंजीनियरों की कार्यशैली पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
कोरबा। आगामी ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों एवं संचालित नल जल प्रदाय योजना से संबंधित सरपंचों की बैठक ली।

पेयजल व्यवस्था हेतु जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर मो. कैसर अब्दुल हक ने पीएचई के इंजीनियरों की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जताई। कलेक्टर ने कटघोरा क्षेत्रांतर्गत नल जल योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पर प्रभारी एसडीओ सीके पवार का कार्य में सुधार होने तक वेतन आगामी आदेश तक रोकने के निर्देश दिए।

उन्होंने विकासख्ंाड पोडीउपरोड़ा क्षेत्रांतर्गत नल जल योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पर उप अभियंता कटघोरा उपखंड डी आर बंजारे का दो आगामी वार्षिक वेतनवृद्धि (इंक्रीमेंट) रोकने के निर्देश दिये।

ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक में कलेक्टर मो. हक ने सभी बिगड़़े हुए हैंण्डपंपों को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने नल जल प्रदाय योजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों में लगाये गए नल जल की वास्तविक स्थित जानने के पश्चात सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर शीघ्रता से कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक में कुछ ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने नल-जल योजना में खराबी,पानी टंकी में सीपेज,बोर धंसने हैंण्डपंप खराब होने, पानी में फ्लोराइड निकलने की सूचना दी तथा नये हैंण्डपंप की मांग की। कलेक्टर ने सरंपचों की मांग एवं शिकायतों की जांच कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश पीएचई के ई.ई को दिए।

कार्यपालन अभियंता ने बताया कि वर्तमान में जिले में 13 हजार 123 हैण्डपंप है इनमें से 12 हजार 954 हैण्डपंप क्रियाशील है। जिले के 79 गांवों में नल जल योजना संचालित है। इनमें चालू नलजल प्रदाय योजना की संख्या 68 है। पीएचई विभाग की समीक्षा बैठक में अनेक सरपंचों ने पीएचई के इंजीनियरों द्वारा बिगड़े हुए हैंण्डपंप तथा नल जल प्रदाय योजना में आने वाली खराबी का त्वरित सुधार कार्य नहीं होने की शिकायत कलेक्टर से की। कलेक्टर ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए ग्राम पंचायतों को मरम्मत हेतु राशि हंस्तांतरित करने एवं नल जल ग्राम पंचायतों को हंस्तांतरित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, पीएचई के ईई एसके चंद्रा, एसडीओ जनपद सीईओ, उपअभियंता एवं सहायक अभियंता, ग्राम पंचायतों के सरपंच उपस्थित थे।

बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे इंजीनियर
कलेक्टर ने ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए विभाग के सभी इंजीनियरों को अपने क्षेत्र में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपअभियंता, सहायक अभियंताओं को ग्रीष्म ऋतु तक बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया है। कलेक्टर ने पेयजल एवं हैंण्डपंप सुधार हेतु फ्री नंबर 18002330008 नंबर को सार्वजनिक स्थलों में चस्पा करने एवं दर्ज शिकायतों प शीघ्रता से कार्यवाही के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ईई पीएचई को निर्देशित किया कि सभी ब्लाक के हैंण्डपंप सुधारने वाले मैकेनिकों एवं अधिकारियों का मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर ग्राम पंचायतों में रोस्टर तय करें भ्रमण करें। शिकायत मिलने पर 48 घंटे के भीतर सुधार कार्य पूर्ण करें।


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