पवन कल्याण, लोकेश समेत आंध्र प्रदेश विधानसभा में 81 नए चेहरे
जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश आंध्र प्रदेश विधानसभा में 81 नए चेहरों में शामिल हैं

अमरावती। जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश आंध्र प्रदेश विधानसभा में 81 नए चेहरों में शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायकों में से लगभग आधे पहली बार विधायक बने हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कोटला सूर्य प्रकाश रेड्डी और सुजाना चौधरी भी 175 सदस्यीय विधानसभा में पहली बार विधायक बने लोगों में शामिल हैं।
ज्यादातर नए चेहरे तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) से हैं। इस चुनाव में पार्टी ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की है। जनसेना के 21 नवनिर्वाचित विधायकों में से 15 नए चेहरे हैं।
2019 में दोनों विधानसभा सीटों से हार का सामना करने के बाद पवन कल्याण ने आखिरकार काकीनाडा जिले की पीठापुरम सीट जीतकर विधानसभा में जगह बनाई।
टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश मंगलगिरी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए हैं। पिछले चुनाव में उन्हें भी इसी निर्वाचन क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा था। लोकेश 2014 से 2019 के बीच टीडीपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उस दौरान वह विधान परिषद के सदस्य थे।
आठ भाजपा विधायकों में से चार नए चेहरे हैं। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुजाना चौधरी भी शामिल हैं। सुजाना विजयवाड़ा पश्चिम से निर्वाचित हुई हैं।
एक अन्य पूर्व केंद्रीय मंत्री कोटला जया सूर्य प्रकाश रेड्डी टीडीपी के टिकट पर चुने गए। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कोटला विजयभास्कर रेड्डी के बेटे प्रकाश रेड्डी ने नांदयाल जिले की धोने सीट पर जीत दर्ज की।
स्वतंत्रता सेनानी सरदार गौथु लचन्ना की पोती और पूर्व मंत्री गौथु शिवाजी की बेटी गौथु सिरीशा भी पहली बार विधानसभा में पहुंची हैं। सिरीशा श्रीकाकुलम जिले के पलासा निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गईं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ टीडीपी नेता अशोक पी. गजपति राजू की बेटी अदिति विजयलक्ष्मी गजपति राजू पिछले चुनाव में हार के बाद आखिरकार विजयनगरम से जीतकर विधानसभा में पहुंच गई हैं।
वाईएसआरसीपी के पूर्व सांसद के. रघु राम कृष्ण राजू भी विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वह टीडीपी के टिकट पर उंडी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की।
पूर्व मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी के भाई एन किशन कुमार रेड्डी भी पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए हैं।
वहीं भाजपा नेता किरण कुमार रेड्डी को राजमपेट लोकसभा क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा।
लोकम नागा माधवी (नेल्लीमारला), एस. विजयकुमार (येलमनचिली), पंतम नानाजी (काकीनाडा ग्रामीण), देवा वरप्रसाद (रज़ोल) गिद्दी सत्यनारायण (गन्नवरम), बथुला बलरामकृष्ण (राजनगरम), कंडुला दुर्गेश (निदादावोले), बोम्मिदी नारायण नायकर (नरसपुरम) जन सेना से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों में शामिल हैं।
वहीं वाईएसआरसीपी के 11 विधायकों में से दो पहली बार विधायक बने हैं।


