62 वां रेल सप्ताह समारोह में पूर्व मध्य रेलव के 511 कर्मी सम्मानित
पटना ! पूर्व मध्य रेलवे के 511 कर्मियों को आज 62 वां रेल सप्ताह समारोह के अवसर पर उत्कृष्ट कार्यों के लिये सम्मानित किया गया ।

पटना ! पूर्व मध्य रेलवे के 511 कर्मियों को आज 62 वां रेल सप्ताह समारोह के अवसर पर उत्कृष्ट कार्यों के लिये सम्मानित किया गया ।
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक डी.के. गायेन ने यहां आयोजित एक समारोह में उत्कृष्ट कार्यों के लिये 40 अधिकारियों , तृतीय श्रेणी के 282 और चतुर्थ श्रेणी के 69 कर्मचारियों के अलावा 14 कर्मचारी समूह को भी सम्मानित किया । इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागों और मंडलों को दक्षता एवं सर्वांगीण दक्षता शील्ड भी प्रदान किया गया ।
श्री गायेन ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 16 अप्रैल 1853 से शुरू किये गये रेल सेवा ने 164 वर्षों के इतिहास में यात्रियों को सुरक्षा और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में एक नया मुकाम हासिल किया है । उन्होंने कहा कि रेलवे भारतीय अर्थ व्यवस्था की जीवन रेखा है और इससे देश की एकता को बनाये रखने में भी मदद मिलती है ।
महाप्रबंधक ने कहा कि पूर्व मध्य रेलवे भी 14 वर्ष का यात्रा पूरा कर चुका है । वित्तीय वर्ष 2016-17 में पूर्व मध्य रेलवे को यात्री सेवाओं से 2604. 28करोड़ रूपये की आमदनी हुयी है जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 7. 18 प्रतिशत अधिक है । उन्होंने कहा कि इसी अवधि में पूर्व मध्य रेलवे ने 116. 17 मिलियन टन माल लदान पूरा किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.08 प्रतिशत अधिक है ।
श्री गायेन ने कहा कि अधिक वर्षा एवं कम मांग समेत कई अन्य चुनौतियों का सामना करते हुए पूर्व मध्य रेलवे ने अपने अथक प्रयास से माल ढुलायी से 11 हजार 192 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों को देखते हुए इसे एक बड़ी उपलब्धि माना जाना चाहिए ।
महाप्रबंधक ने कहा कि मेल -एक्सप्रेस गाड़ियों के समय पालन में 1.29 प्रतिशत एवं सवारी गाड़ियों के समय पालन में पिछले वर्ष की तुलना में 9.28 प्रतिशत और मीटर गेज पर चलने वाली सवारी गाड़ियों के समय पालन में 12.32 प्रतिशत का सुधार हुआ है । पिछले वित्तीय वर्ष में काफी कम मूल्य पर यात्रियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिये विभिन्न स्टेशनों पर अब तक 84 से भी ज्यादा वाटर वेडिंग मशीन लगाये गये हैं । उन्होंने कहा कि वर्ष 2016-17 में 29 मानवरहित समपार फाटकों पर कर्मियों की तैनाती की गयी है ।


