अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीज परेशान
यहां तो बहन काफी देर पहले से ही चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहें लेकिन अभी तक तो महिला चिकित्सक आई न है
होडल। यहां तो बहन काफी देर पहले से ही चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहें लेकिन अभी तक तो महिला चिकित्सक आई न है। पता नहीं कि कब आएगी। कुछ इसी प्रकार के वाकया होडल के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंची महिला रोगियों से सुनने को मिलते हैं। चिकित्सकों की ही कमी नहीं बल्कि अस्पताल के चारों तरफ खड़ी झाड़ियां और आसपास फैली गंदगी यहां की सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही हैं। अस्पताल के आसपास की जब गंदगी का यह हाल है तो यहां उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीज कैसे ठीक होंगे|
अस्पताल स्वयं बीमार दिखाई दे रहा है। सस्ते उपचार के लिए इस सरकारी अस्पताल में जब मरीज पहुंचता है और यहां घंटों तक इंतजार के बाद चिकित्सक नहीं मिलता है तो वह तड़पने लगता है। जब उसे पता चलता है यहां तो चिकित्सक ही मौजूद नहीं तो वह निजी अस्पताल की ओर रुख कर लेता है जहां मंहगा उपचार कराने को मजबूर होता है। राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े लगभग दो दर्जन से अधिक गावों के रोगियों का भार यह अस्पताल उठा रहा है।
शहर के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों से अस्पताल में लगभग तीन सौ से अधिक विभिन्न रोगों से ग्रस्त मरीज पहंचते हैं। जिनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल होती हैं। मरीजों के उपचार के लिए अब अस्पताल में केवल एक ही चिकित्सक उपालब्ध है जबकि महिला चिकित्सक का पद तो पिछले काफी समय से रिक्त पड़ा हुआ है जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को भी पुरुष चिकित्सक या फिर महिला डैंटल चिकित्सक से ही उपचार कराने को मजबूर होना पड़ता है। इसके अलावा अस्पताल में कार्यरत कई चिकित्सकों के तबादले तो हो गए हैं लेकिन उनके स्थान पर किसी चिकित्सक को नियुक्त नहीं किया गया है जिसके कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तैनात डा. विपिन और डैंटल सुषमलता ही मरीजों का उपचार करने में व्यस्त रहते हैं। मरीजों की संख्या अधिक और चिकित्सक कम होने के कारण मरीजों का घंटों तक धूप में खड़े होकर इंतजार करना पडता है।
क्या कहते हैं मरीज:
अस्पताल में पिछले चार दिन से लगातार पहुंच रही हैं लेकिन यहां महिला चिकित्स्क उपलब्ध नहीं मिलती हैं जिसके कारण उन्हें मजबूरी में पुरुष चिकित्सक से ही उपचार कराना पड़ेगा।
-पूनम
वह दांतों की दवाई लेने के लिए सुबह की अस्पताल में पहुंची हैं लेकिन अभी तक यहां कोई चिकित्सक ही मौजूद नहीं मिला है जिसके कारण मेरे साथ आई महिला को भी परेशानी उएठानी पड़ रही है।
- कांता देवी
अस्पताल में सफाई नाम की कोई चीज नहीं है। बदबू के कारण यहां बुरा हाल है। अस्पताल में महिला चिकित्सक की भी कोई व्यवस्था नहीं है। घंटों तक अन्य चिकित्सकों का इंतजार करना पड़ता है।
- शीतल
अस्पताल में चिकित्सक की कमी पहले से ही बनी हुई है। यहां महिला चिकित्सक का पद तो पिछले काफी समय से रिक्त पड़ा हुआ है जिसके बारे में वह पहले ही उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं।


