मरीजों ने किया जिला अस्पताल में जमकर हंगामा
जिला अस्पताल के कैश काउंटर बंद होने से इलाज के लिए पहुंंचे, मरीजों ने जमकर हंगामा किया

बिलासपुर। जिला अस्पताल के कैश काउंटर बंद होने से इलाज के लिए पहुंंचे, मरीजों ने जमकर हंगामा किया। कैश काउंटर में ताला लगे होने से दर्जनों मरीजों की पर्ची नहीं कट पाया।
जिससे कई लोंगों के इलाज में देरी हुई। जिला अस्पताल के कैश काउंटर में किसी कर्मचारी के बंद कर चले जाने से मरीजों को पर्ची कटाने में भारी परेशानी हुई। मरीजों के हंगामे को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टरों व नर्स ने आनन-फानन में सादे कागज पर पर्ची काट उनका उपचार शुरू किया। जिला अस्पताल के कार्यरत किसी कर्मचारी ने कैश व पर्ची काउंटर में ताला लगाकर चला गया।
जिससे किसी भी मरीज की पर्ची नहीं कट पाई। देर रात व दिन में आने वाले मरीजों को बिना पर्ची कटे इलाज में परेशानी हुई। इससे कई मरीज व उनके परिजनों ने खूब हंगामा किया तब केजुअल्टी में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर व नर्स स्टॉफ ने उनको शांत कराया और पर्ची लिखकर इलाज शुरू की। ज्ञात हो कि जिला अस्पताल में ओपीडी हाल में ही कैश काउंटर व पर्ची काउंटर है।
जहां 24 घंटे दो कर्मचारियों को रहना अनिवार्य है। यहां दिन व रात के लिए अलग-अलग कर्मचारी की ड्यूटी लगी रहती है। जिन्हे बिल, पर्ची व अन्य जानकारी अंकित कर मरीजों को दी जाती है ताकि इलाज करने में व दवाइयां देने के परेशानी न हो लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों के लापरवाही से मरीजों को भारी परेशानी होती है। वहीं ओपीडी समय में भी स्टॉफ के लोग इधर-उधर चले जाते है। जिसमें मरीजों की लंबी कतारे लग जाती है और उनके नंबर आते तक डॉक्टर का समय हो जाता है। इसमें उन्हें जांच व उपचार के लिए चक्कर लगाना पड़ता है।


