जनऔषधि केन्द्र दो दिनों से बंद, मरीज भटके
जिला अस्पताल के जनऔषधि केंद्र के कर्मचारियों के अचानक छुट्टी पर चले जाने से मरीजों को दवाईयों के लिये भटकना पड़ रहा है

बिलासपुर। जिला अस्पताल के जनऔषधि केंद्र के कर्मचारियों के अचानक छुट्टी पर चले जाने से मरीजों को दवाईयों के लिये भटकना पड़ रहा है। जन औषधि केंद्र दो दिनों से बंद है ऐसे में मरीजों को बाहर मेडिकल से दवाईयां खरीदना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल के जन औषधि केंद्र में दो कर्मचारी नियुक्त किये गये हैं। जिसमें से दोनों कर्मचारी गायब हैं। दोनों कर्मचारी के नहीं होने से मरीजों को दवाओं का वितरण नहीं हो पा रहा है। वहीं डाक्टरों द्वारा लिखी जा रही जेनेटिक व ब्रांडेड दवाओं के लिये मरीज निजी मेडिकल जा रहे हैं। शहर में 6 जनऔषधि केंद्र व 3 रेडक्रास की दवाई दुकान है।
जहंा मरीजों को डाक्टरों द्वारा लिखी गई दवाईयां अस्पताल के दवा वितरण केंद्र में नहीं मिलने पर जन औषधि केंद्र व रेडक्रास से कम दाम पर मिलती है। केंद्र सरकार ने जन औषधि योजना की घोषणा 2015 में की थी।
इस योजना का उ्द्देश्य सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनेटिक दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम में लोगों को मिल सके। इसके तहत सभी जिला चिकित्सालयों में जन औषधि केंद्र खोला गया ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों को ब्रांडेड दवाईयां कम दाम पर उपलब्ध हो सके। जन औषधि केंद्र में 650 प्रकार की दवाईयां उपलब्ध रहती है।
जानकारी नहीं
इसकी जानकारी मुझे नहीं है। पता करवाता हूं कि जन औषधि केंद्र क्यों बंद है।
डा. मनोज जायसवाल
आरएमओ,जिला अस्पताल


