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पतंजलि की जन्मस्थली आज भी विकास को तरस रही

उत्तर प्रदेश मे देवी पाटन मंडल मुख्यालय गोण्डा जिले के वजीरगंज कोडर गांव मे स्थित महायोगी महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली आज भी विकास को तरस रही है।

पतंजलि की जन्मस्थली आज भी विकास को तरस रही
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गोण्डा। उत्तर प्रदेश मे देवी पाटन मंडल मुख्यालय गोण्डा जिले के वजीरगंज कोडर गांव मे स्थित महायोगी महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली आज भी विकास को तरस रही है।

महर्षि पतंजलि न्यास के अध्यक्ष स्वामी भगवदाचार्य ने आज बताया “ भले ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर केन्द्र , राज्य सरकार व पतंजलि योगपीठ जगह जगह प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से योग के लिये प्रयासरत हो लेकिन योग प्रणेता महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली की बदहाली पर किसी का ध्यान नही है। ”

उन्होने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ,यूनेस्को और केन्द्र सरकार ने महायोगी पतंजलि का जन्मस्थान गोण्डा को जो कि पूर्व मे गोनर्द के नाम से जाना जाता था माना है।

पतंजलि के जन्मस्थान के जीर्णोंद्धार के लिये कई बार सरकार से अनुरोध किया गया लेकिन योग का सम्मान करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकारों मे अभी तक यहाँ किसी प्रकार के विकास या जीर्णोंद्धार की कोई घोषणा व पहल तक नही की है।”

न्यास के अध्यक्ष ने कहा कि महर्षि पंतजलि के नाम का भरपूर इस्तेमाल करने वाले योगगुरू स्वामी रामदेव की दृष्टि भी कोडर गांव की ओर नही पडी है हालांकि पिछली सरकारों के नुमाइंदों ने कोडर गांव का दौरा कर सिर्फ घोषणाओ की खानापूर्ति की।

उन्होने कहा कि पिछली अखिलेश सरकार ने जिले के कर्नलगंज तहसील क्षेत्र मे महर्षि पतंजलि सूचना प्रौद्योगिकी एवं पालीटेक्निक कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू कराया। इसके अलावा जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन के नेतृत्व मे नगर मे महर्षि पतंजलि स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स की शुरुआत करायी थी लेकिन महर्षि की जन्मस्थली कोडर का कोई विकास नही हो सका।


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