प्रदूषण के चलते बुधवार तक बढ़ाया गया है पार्किंग शुल्क
राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए नगर निगमों के पार्किंग शुल्क में चार गुने का इजाफा तो कर दिया गया है, लेकिन इसके चलते आने वाले पैसे को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए नगर निगमों के पार्किंग शुल्क में चार गुने का इजाफा तो कर दिया गया है, लेकिन इसके चलते आने वाले पैसे को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उक्त मुद्दा सोमवार को आयोजित दक्षिणी निगम की स्थायी समिति की बैठक में उठाया गया।
निगम आयुक्त ने इसका आंकलन करने की बात कही है। दरअसल, प्रदूषण की खराब स्थिति के चलते लोगों को निजी वाहन के इस्तेमाल से दूर रखने के लिए निगमों को अपने पार्किंग शुल्क में चार गुना इजाफा करने का निर्देश दिया गया है।
इसके बाद निगमों की ओर से इसके निर्देश जारी कर दिए गए। निगमों की पार्किंग का संचालन ठेकेदारों द्वारा किया जाता है। इसलिए चार गुना पार्किंग की वसूली भी उन्हीं के द्वारा की जा रही है। ऐसे में यह पैसा निगम की जेब में जाएगा या फिर ठेकेदार की जेब में, इसको लेकर असमंजस बना हुआ है।
स्थायी समिति में सदस्यों की ओर से यह मुद्दा उठाया गया। कहा गया कि बढ़ा हुआ पैसा निगम के खाते में आना चाहिए। वहीं, कुछ सदस्यों ने कहा कि चार गुना पार्किंग शुल्क में इजाफे के बाद वाहन चालकों ने पार्किंग के बाहर अपने वाहन खड़े करने शुरू कर दिए हैं। इसके चलते पार्किंग का राजस्व भी आना कम हो गया है। निगम आयुक्त डॉ. पुनीत गोयल ने इस स्थिति का आकलन करके कोई रास्ता निकालने की बात कही है। चार गुना पार्किंग शुल्क बुधवार तक वसूला जाएगा। उसके बाद निगम पार्किंग में पहले की तरह ही शुल्क लिया जाएगा।


