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छात्रों को ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करेगा 'परीक्षा पे चर्चा' : धर्मेंद्र प्रधान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जनवरी को 'परीक्षा पे चर्चा' के तहत छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे

छात्रों को ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करेगा परीक्षा पे चर्चा : धर्मेंद्र प्रधान
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जनवरी को 'परीक्षा पे चर्चा' के तहत छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। 150 से अधिक देशों के छात्रों, 51 देशों के शिक्षकों और 50 देशों के अभिभावकों ने इसके लिए अपना पंजीकरण कराया है। सोमवार को शिक्षा मंत्रालय में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा 2023' की तैयारियों की समीक्षा की।

सोमवार को शिक्षा मंत्री द्वारा की गई समीक्षा में शिक्षा राज्य मंत्री, स्कूली शिक्षा सचिव संजय कुमार, सूचना प्रसारण मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, एनसीईआरटी, सीबीएसई, एनवीएस, केंद्रीय विद्यालय संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। मंत्री ने बैठक के दौरान 'पीपीसी 2023' पर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ जुड़ाव को और गहरा और विस्तारित करने का आह्वान किया। प्रधान ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पीपीसी 2023 परीक्षा से पहले छात्र समुदाय को ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करता है।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष के 'परीक्षा पे चर्चा' संवाद के लिए सभी को, विशेष रूप से एग्जाम वॉरियर्स यानी छात्रों को आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों के माता-पिता और शिक्षकों को भी अपने इनपुट साझा करने के लिए 'परीक्षा पे चर्चा' संवाद में आमंत्रित किया है। छात्रों में परीक्षा के तनाव व चिंता को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी छात्रों से यह संवाद करेंगे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए, राज्य शिक्षा बोडरें, सीबीएसई, केवीएस, एनवीएस और अन्य बोडरें से बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वर्ष 2022 की तुलना में इस वर्ष पंजीकरण दोगुने से अधिक हो गए हैं। पीपीसी-2022 के लगभग 15.7 लाख की तुलना में लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों (छात्रों- 31.24 लाख, शिक्षकों- 5.60 लाख, माता-पिता- 1.95 लाख) ने पीपीसी- 2023 के लिए पंजीकरण कराया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इससे तनावपूर्ण समय में, असहज एवं भ्रमित करने वाले विचारों के बारे में बात करने और उन्हें साझा करने से छात्रों के तनाव एवं चिंता को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है। यह छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को अपने विचार साझा करने और पीएम से मार्गदर्शन एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करने का एक प्रयास है।


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