पेपर लीक मामला: कांग्रेस ने निष्पक्ष जांच और जावड़ेकर से इस्तीफे की मांग की
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर ‘परीक्षा माफियाओं’ को संरक्षण देने का आरोप लगाया

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने मोदी सरकार पर ‘परीक्षा माफियाओं’ को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए आज केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) के 10वीं और 12वीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने और मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीबीएसई प्रश्नपत्र लीक होने की दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी से साफ जाहिर है कि मोदी सरकार की नाक के नीचे ‘परीक्षा माफिया’ फल फूल रहे हैं।
बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने को कांग्रेस नेता ने अत्यधिक गंभीर बताया और कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से इसकी जांच करायी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सीबीएसई परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने से 25 लाख परिवारों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है और परीक्षा के लिए दिन रात एक करने वाले बच्चों की मेहनत पर पानी फिर गया है। मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जांच का काम पूरा होने तक जावड़ेकर तथा सीबीएसई की अध्यक्ष अनिता करवाल को पद से हटा दिया जना चाहिए।
जावड़ेकर तथा करवाल के रहते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि जावड़ेकर का शिक्षा मंत्रालय पर नियंत्रण नहीं रह गया है।
सीबीएसई जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा के भी प्रश्नपत्र लीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रश्नपत्र लीक हो रहे हैं और लाखों बच्चों के समक्ष संकट खड़ा हो रहा हैं तो सीबीएसई की प्रमुख अपनी पुस्तक के प्रचार के लिए अहमदाबाद में बैठी हैं।


