Top
Begin typing your search above and press return to search.

वन्यजीव गणना में पैंथर की संख्या में बढोतरी हुई

राजस्थान में ज्येष्ठ पूर्णिमा को शुक्रवार से शुरू हुई वन्य जीवों की गणना में झुंझुनू जिले में पैंथरों की संख्या में बढोतरी हुई

वन्यजीव गणना में पैंथर की संख्या में बढोतरी हुई
X

झुंझुनूं । राजस्थान में ज्येष्ठ पूर्णिमा को शुक्रवार से शुरू हुई वन्य जीवों की गणना में झुंझुनू जिले में पैंथरों की संख्या में बढोतरी हुई है।
सूत्रों के अनुसार इस बार पैंथर की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। गत वर्ष की तुलना में इस बार चार पैंथर और बढ़े हैं। गणना के आधार पर जिले में पैंथर की संख्या छह हो गयी है। जिसमें दो उदयपुरवाटी एवं चार खेतड़ी में मिले हैं।

वन्य जीव गणना के लिए जिले के खेतड़ी, झुंझुनू, नवलगढ़, चिड़ावा एवं उदयपुरवाटी रेंज में लगभग 75 वाटर हॉल पर 150 वनकर्मियों की तैनाती की गई। जबकि अकेले झुंझुनू रेंज में 13 पॉइंट बनाए गए। खेतड़ी में चार कैमरे भी लगाए गए। जबकि अन्य जगहों पर वनकर्मी मचान लगाकर रात-भर वाटर हॉल के नजदीक डटे रहे।

उपवन संरक्षक राजेंद्र कुमार हुड्डा ने बताया कि इस बार की गणना में जिले में गत वर्ष की तुलना में एक हजार 47 वन्य जीवों की बढ़ोतरी हुई। पिछले साल कुल 12 हजार 671 वन्य जीव पाए गए थे। जबकि इस बार 13 हजार 718 वन्य जीव पाएं गए हैं।

इसी प्रकार खेतड़ी के बांसियाल एवं उदयपुरवाटी में पैंथर की संख्या बढ़ी है। गत वर्ष की तुलना में खेतड़ी में दो पैंथर बढ़े हैं। जबकि उदयपुरवाटी ने भी इस बार दो पैंथर होने की खुशखबरी दी है।

खेतड़ी के क्षेत्रीय वन अधिकारी विजय फगेड़िया ने बताया कि खेतड़ी रेंज में चार कैमरे व छह मचान लगाए गए। 19 पॉइंटों पर 52 वनकर्मी तैनात रहे। उन्होंने बताया कि सुबह साढ़े तीन बजे पैंथर की दहाड़ सुनाई दी। तथा वाटर हॉल के नजदीक पगमार्क मिले। हालांकि यह कैमरे में कैद नहीं हो पाएं। वन्य जीव गणना में विलुप्त प्रजातियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। गत वर्ष की तुलना में जिले में 43 चिंकारा और बढ़े हैं। इसके अलावा 39 जंगली बिल्ली (रेस्टीसपोटेड), 28 लोमड़ी एवं 334 नीलगाय की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it