गुजरात में मां दुर्गा के लिए सजने लगे पंडाल
मां दुर्गा के आगमन के लिए गुजरात में पंडालों को सजाया जा रहा है। दुर्गा पूजा महोत्सव26 सितंबर से 30 सितंबर तक हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा
अहमदाबाद। मां दुर्गा के आगमन के लिए गुजरात में पंडालों को सजाया जा रहा है। दुर्गा पूजा महोत्सव26 सितंबर से 30 सितंबर तक हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा।
सीबीसीए (चांदखेडा बंगाल सांस्कृतिक एसोसिएशन)के महासचिव आलोक विश्वास ने बताया कि इस साल चांदखेडा में ओएनजीसी ऑफिस के सामने सीबीसीए ने तीन सगे भाइयों -श्यामल चक्रवर्ती, कमल चक्रवर्ती और दीपेश चक्रवर्ती को मां दुर्गा की मूर्ति बनाने के लिए कलकत्ता से यहां बुलाया है।
तीनों कारीगर पिछले एक माह से मां दुर्गा, महादेव, कार्तिक, गणेश जी, लक्ष्मी जी,मां काली, सरस्वती की मूर्तियां बना रहे हैं।
मूर्ति बनानों के लिए मिट्टी, लकड़ी तथा अन्य सामान काम में लिया जा रहा है।
इस बार श्यामल चर्कवर्ती ही दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान मां दुर्गा सहित सभी मूर्तियों की पूजा अर्चना करेंगे। मां दुर्गा की मूर्ति बनाने के लिए 28 वर्षों से हर साल विशेष कारीगर, ढोल-नगाड़े बजाने तथा संगीत के साथ धूनेची नृत्य के लिए कलाकार बंगाल से बुलाए जाते हैं।
सीबीसीए के सहायक सचिव गौतम लहरी ने यूनीवार्ता को बताया कि बरसात से बचने के लिए विशेष पंडाल लगभग 15 हजार वर्ग फुट में बनाया गया है।
पंडाल में हर उम्र के लोगों के लिए अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें। जिसमें शंख ध्वनि प्रतियोगिता, उलूर ध्वनि प्रतियोगिता, धुनेची डांस प्रमुख हैं। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। खाने-पीने, शिल्प कलाओं, कपड़ों तथा अन्य उपकरणों के 40 स्टॉल लगाये जाएंगे।
चांदखेडा के इस पंडाल में करीब पांच हजार लोग रोज पांच दिन तक देवी दर्शन करके भोग प्रसाद लेंगे ।
उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा बंगालियों का खास पर्व है।
कच्छ, भुज, राजकोट, अहमदाबाद, वडोदरा,सूरत सहित अनेक शहरों और गांवों में दुर्गा पूजा महोत्सव आयोजित कर वर्षों से बसे बंगालियों के साथ गुजराती तथा अन्य राज्यों लोग भी उसी उत्साह के साथ दुर्गा पूजा पर्व मनाते हैं।
हर घर में दुर्गापूजा खूब धूमधाम और विधिपूर्वक मनाने के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रहीं हैं।
घर में सुख-शांति और मनोकामना पूर्ण होने की आस से कई लोग तीन दिन व्रत भी रखते हैं।
यहां मणीनगर, गांधीनगर, वस्त्रापुर, दूरदर्शन टावर के पीछे, नाराणपुरा, सोला, साबरमती में रेलवे कालोनी, डी केबिन समेत कई इलाकों में पंडाल लगाकर लोग दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाते हैं।
साबरमती रेलवे कालोनी में कलकत्ता से मां दुर्गा, महादेव, कार्तिक, गणेश जी, लक्ष्मी जी, मां काली, सरस्वती की मूर्तियां, पंडाल बनाने, पंडाल में डेकोरेशन करने के लिए कलकत्ता से यहां बुलाए गये 50 कारीगरों में से एक कारीगर अभीजीत चक्रवर्ती ने यूनीवार्ता को बताया कि सभी कारीगर पिछले एक माह से मूर्तियां और पंडाल बनाने में लगे हुए हैं।
सन् 1994 से वे मूर्तियां बनाने कलकत्ता से यहां आते हैं।


