पाकिस्तान दहशतगर्द मुल्क: सुषमा स्वराज
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को ‘दहशतगर्द मुल्क’ करार देते आज कहा कि वह जितना पैसा आतंकवाद पर खर्च करता है
संयुक्त राष्ट्र। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को ‘दहशतगर्द मुल्क’ करार देते आज कहा कि वह जितना पैसा आतंकवाद पर खर्च करता है, अगर उसे पाकिस्तानी अवाम पर खर्च कर ले तो उनकी गरीबी मिट जाएगी और उसके विकास के साथ साथ दुनिया को दहशतगर्दी से निजात मिल जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें अधिवेशन में अपने ओजपूर्ण संबोधन में श्रीमती स्वराज ने पाकिस्तान को खरी -खरी सुनाते हुए उसे सख्त लहजे में चेतावनी दी कि हैवानियत की हदें पार करने वाला देश भारत को इंसानियत और मानवाधिकार का पाठ न पढ़ाये। उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व समुदाय से ठोस कदम उठाने का आह्वान किया तथा मौलाना मसूद अज़हर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने में वीटो का प्रयोग करने वाले चीन को परोक्ष रूप से आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आतंकवादियों को सूचीबद्ध करने में भी जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एकमत नहीं हो सकती तो हम मिलकर इस बुराई कैसे लडेंगे।
विदेश मंत्री ने अपने भाषण में भारत में सह्रसाब्दि विकास लक्ष्यों की दिशा में उठाये जाने वाले कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत जनधन योजना, कौशल विकास, उज्जवला योजना, डिजीटल इंडिया वस्तु एवं सेवा कर बेटी बचाओं आदि कार्यक्रमों से एक सामाजिक क्रांति की ओर बढ़ रहा है और गरीबी से लड़ रहा है लेकिन हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है। लगभग 18 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को आडे हाथों लेते हुए कहा कि अब्बासी ने अपने संबोधन में भारत पर तरह -तरह के निराधार इल्जाम लगाये हैं जबकि असलियत यह है कि भारत गरीबी से लड रहा है और पाकिस्तान भारत से लड़ रहा।
पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए कहा कि भारत पर आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला और मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप वह देश लगा रहा है जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर सैकड़ों बेगुनाहों को मौत के घाट उतार दिया । उन्होंने पाकिस्तान के सियासतदानों से सवाल किया कि अाखिर क्या कारण है कि जब दोनों देशों ने साथ-साथ आजादी हासिल की लेकिन भारत ने पूरे विश्व में सूचना -प्रौद्योगिकी हब के रूप मे अपनी पहचान बनायी जबकि पाकिस्तान की पहचान एक दहशतगर्द मुल्क के रूप में है। इसका कारण यह है कि भारत ने पाकिस्तान की आतंकवाद की चुनौतियों काे घरेलू विकास के रास्ते बाधक नहीं बनने दिया ।
उन्होंने कहा ,“हमने आईआईटी, आईआईएम,एम्स जैसे संस्थान बनाये जबकि पाकिस्तान ने लश्करे तैयबा, हिजबुल मुजाहिददीन और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठन बनाये। हमने स्काॅलर ,डाक्टर ,वैज्ञानिक और इंजीनियर बनाये जबकि पाकिस्तान ने दहशतगर्द और जेहादी पैदा किये।
” उन्होंने कहा कि डॉक्टर लोगों को बचाते हैं जबकि दहशतगर्द लोगों की जान लेते हैं। उन्होंने पाकिस्तान को नसीहत दी कि जो पैसा वह आतंकवादियों की मदद में लगा रहा है यदि वह पैसा अपने मुल्क की तरक्की पर खर्च करे तो सबका आतंकवाद से पीछा छूट जाएगा और मुल्क का विकास भी होगा ।’ संपादक कृपया पूर्व प्रेषित से जोड लें ।


