हाफिज को रिहा किया जाने का फैसला पाकिस्तान का 'असली चेहरे' दिखाता है: रवीश कुमार
भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) संस्थापक और 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा किया जाने का फैसला पाकिस्तान के 'असली चेहरे' को दिखाता है

नई दिल्ली। भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) संस्थापक और 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को रिहा किया जाने का फैसला पाकिस्तान के 'असली चेहरे' को दिखाता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, "हाफिज सईद की रिहाई (आसन्न) एक बार फिर आतंकवाद जैसे घृणत अपराध के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित व्यक्ति या संस्था को सजा दिलाने में पाकिस्तान सरकार की गंभीरता में कमी की पुष्टि करती है।"
His release confirms once again the lack of seriousness on the part of Pak Govt, also appears to be an attempt by Pakistani system to mainstream proscribed terrorists: MEA Spokesperson Raveesh Kumar on Pak court order that Hafiz Saeed be freed from house arrest pic.twitter.com/9L7nkEIh78
— ANI (@ANI) November 23, 2017
कुमार ने कहा, "यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान ने गैर राजकीय तत्वों को संरक्षण व समर्थन देने की अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं किया है और इससे पाकिस्तान के असली चेहरा बेनकाब हुआ है।"
कुमार ने कहा, "यह पाकिस्तान सरकार की जिम्मेदारी है कि वह अंतर्राष्ट्रीय दायित्व का पालन करे और हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करे।" भारत ने यह प्रतिक्रिया लाहौर उच्च न्यायालय द्वारा बुधवार को हाफिज के खिलाफ सबूतों के अभाव में उसे 10 महीने की घर में नजरबंदी से मुक्त करने के आदेश के बाद दी है।
कुमार ने कहा कि सईद न केवल मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है बल्कि इस आतंकवादी घटना का मुख्य आयोजनकर्ता है। इस हमले में 166 भारतीय और विदेशी मारे गए थे।
कुमार ने कहा कि 'भारत और पूरा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बात से चिंतित है कि एक आत्मघोषित और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी अपने खतरनाक एजेंडे के साथ आजाद है।' सईद और उसके चार सहयोगियों अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर, इकबाल शहबाज, अब्दुररहमान और काजी काशिफ हुसैन को आतंकवाद रोधी कानून के तहत इस वर्ष जनवरी से घर में नजरबंद रखा गया था।


