पाकिस्तान पश्चिम एशिया में शांति के पक्ष में : खान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि उनका देश पश्चिम एशिया में तनाव कम करने तथा इसमें शामिल सभी पक्षों के साथ बातचीत के माध्यम से शांति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है

दावोस। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि उनका देश पश्चिम एशिया में तनाव कम करने तथा इसमें शामिल सभी पक्षों के साथ बातचीत के माध्यम से शांति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है।
श्री खान ने यहां विश्व आर्थिक फोरम की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच संघर्ष ‘ बुरी सोच’ है जो कभी भी हो सकती है। यह पूरी दुनिया के लिए ‘आपदा’ के समान होगी, क्योंकि इससे तेल की कीमतों में नाटकीय रूप से वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा,“हम पहले से ही मुश्किल से अपने बजट का प्रबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं ... अफसोस की बात है कि सब कुछ खराब होगा। इससे दुनिया में गरीबी बढ़ेगी ... हम, पाकिस्तान में, प्रार्थना करते हैं कि ऐसा न हो, हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है, हम पहले ही सऊदी अरब, ईरान और अमेरिका से बात कर चुके हैं।”
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा,“मैंने कल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की, और मैंने उनसे कहा कि अगर यह युद्ध शुरू होता है तो यह हमारे लिए एक आपदा होगी।”
श्री खान ने कहा कि हालांकि श्री ट्रंप ने ‘कुछ भी नहीं कहा’। उन्होंने कहा,“लेकिन मुझे लगता है कि वह (श्री ट्रंप) समझ गये हैं। क्योंकि मेरी राय में यह पागलपन होगा।”
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव जनवरी की शुरुआत में नाटकीय रूप से बढ़ गया जब ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हमले में मारे गए। इस घटना के प्रतिशोध में ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं।
ईरान के साथ 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका के पीछे हटने और तेहरान पर प्रतिबंधों को फिर से लागू करने के साथ ही दोनों देशों के बीच पहले से तनाव व्याप्त था जो सुलेमानी की हत्या और ईरानी हमले के बाद चरम पर पहुंच चुका है।


