पाकिस्तान: हिंदू लड़कियों की अपहरण कर कराई शादी, इमरान ने दिए जांच के आदेश
पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए मानवाधिकार मंत्रालय को निर्देश दिये है

इस्लामाबाद। पाकिस्तान पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए निकाह में सहयोग करने वाले एक व्यक्ति को खानपुर से गिरफ्तार किया है।
इस बीच भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हिन्दू लड़कियों को अगवा कर उनका धर्मांतरण और जबरन विवाह करने के मामले में पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त से रिपोर्ट मांगी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, “मैंने इस मामले में पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त से रिपोर्ट मांगी है।”
इन दोनों लड़कियों की उम्र 14 और 16 वर्ष है। उल्लेखनीय है कि होली की शाम को घोटकी जिले से दोनों लड़कियों का अपहरण कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद उनकी शादी भी करा दी गयी।
इस घटना से हिंदू समुदाय ने बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए मानवाधिकार मंत्रालय को निर्देश दिये है। सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि जांच के बाद उपलब्ध जानकारी को साझा किया जायेगा।
पिछले वर्ष चुनावों से पहले इमरान खान ने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने का वादा किया था। उन्होंने घोषणा की थी कि यदि उनकी सरकार सत्ता में आती है तो मुस्लिमों के साथ हिंदू लड़कियों की जबरन शादी को रोकने के लिए प्रभावी उपाय किये जायेंगे।
पाकिस्तान में ज्यादातर हिंदू परिवार सिंध में रहते हैं और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उमरकोट जिले में हर महीने लगभग 25 जबरन शादियां होती हैं। ‘सिंध चाइल्ड मैरिज रेस्ट्रेंट एक्ट’ के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की शादी नहीं की जा सकती है।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं वकील जिब्रान नासिर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें बताया गया कि दो बहनों में एक की उम्र 14 वर्ष और दूसरी की 16 वर्ष की है।
वीडियो में एक मौलवी को लड़कियों और दो पुरुषों के बगल में देखा जा सकता है, जिनसे उनकी शादी हुई है। वीडियो में मौलवी कह रहा है कि लड़कियां इस्लाम से प्रेरित थी।


