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ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का कुबूलनामा : शहबाज शरीफ ने खुद बताया, भारत के हमले से कहां-कहां हुआ नुकसान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मान लिया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने उनके देश पर कड़ा हमला किया है

ऑपरेशन सिंदूर पर पाकिस्तान का कुबूलनामा : शहबाज शरीफ ने खुद बताया, भारत के हमले से कहां-कहां हुआ नुकसान
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नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मान लिया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने उनके देश पर कड़ा हमला किया है। भारतीय हमलों में उनके कई अहम एयरबेस तबाह हो चुके हैं, जिनमें इस्लामाबाद के नजदीक मौजूद नूर खान एयरबेस अहम है।

इसके तहत भारत ने पाकिस्तान के 12 शहरों में भी ड्रोन अटैक किया था, जिसने पाकिस्तान के एयरबेस और मिलिट्री ठिकानों को बर्बाद कर दिया था। पाकिस्तान पहले तो इस बात को स्वीकार नहीं कर रहा था लेकिन अब उनके प्रधानमंत्री ने खुद मान लिया है कि भारत के हमले से उसे नुकसान हुआ है।

शहबाज शरीफ की इस वीडियो को भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर शेयर की है। मालवीय ने वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि ऐसी कॉल ऑपरेशन सिंदूर की सटीकता और साहस को दिखाती है। कई बार मना करने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को मानना पड़ गया कि भारत की मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस पर हमला किया है।

वायरल वीडियो में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कह रहे हैं कि 10 मई को सुबह करीब 2.30 बजे आर्मी चीफ असीम मुनीर ने सिक्योर लाइन पर मुझे फोन किया। उन्होंने बताया कि बैलिस्टिक मिसाइलों ने नूर खान एयरबेस सहित अन्य इलाकों पर हमला कर दिया है। हमारी वायुसेना ने स्वदेशी तकनीक और चीनी जेट विमानों पर आधुनिक गैजेट और तकनीक का इस्तेमाल किया. पाकिस्तान स्मारक पर शुक्रवार को आयोजित हुए एक समारोह में शामिल हुए शहबाज शरीफ ने ये बातें कहीं।

गौरतलब है कि नूर खान एयरबेस पाकिस्तान का एक बेहद सेंसिटिव मिलिट्री अड्डा है, जिसका इस्तेमाल देश के टॉप वीवीआईपी जैसे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की हवाई आवाजाही के लिए किया जाता है। यह एयरबेस इस्लामाबाद के करीब होने के वजह से रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।

सैटेलाइट तस्वीरों में यह भी देखा गया है कि रावलपिंडी स्थित एयरबेस में कमांड और कंट्रोल यूनिट को सटीकता से निशाना बनाकर तबाह किया गया है। यह सब दर्शाता है कि भारतीय वायुसेना की कार्रवाई पूरी रणनीति और उच्च तकनीकी सटीकता के साथ की गई थी। इस कबूलनामे के बाद अब पाकिस्तान की ओर से की जा रही किसी भी तरह की लीपापोती या इनकार की संभावना खत्म हो गई है। भारत का यह ऑपरेशन रणनीतिक और सैन्य दृष्टि से एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।


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