पाकिस्तान सेना ने स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव के समर्थन का संकल्प लिया
पाकिस्तान सेना ने मंगलवार को संकल्प लिया कि वह 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के समर्थन में अपनी उचित भूमिका निभाएगा

इस्लामाबाद। पाकिस्तान सेना ने मंगलवार को संकल्प लिया कि वह 25 जुलाई को होने वाले आम चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के समर्थन में अपनी उचित भूमिका निभाएगा। सेना की मीडिया शाखा, इंटर-सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक आसिफ गफूर ने संवाददाताओं को बताया कि निर्वाचन आयोग ने सेना को छह कार्य दिए हैं, जिसमें पूर्ण सुरक्षा बनाए रखना, प्रिंटिंग प्रेस की सुरक्षा का प्रावधान, मुद्रित सामग्री के परिवहन में सहयोग और चुनाव के दिन कानून-व्यवस्था बनाए रखना शामिल है।
पाकिस्तान में 25 जुलाई को नेशनल एसेम्बली के लिए आम चुनाव, संसद के निचले सदन का चुनाव और चार प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव होने हैं। इससे पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेतृत्व वाली सरकार ने 31 मई को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया और आम चुनाव होने तक प्रभार अंतरिम सरकार कौ सुपूर्द कर दिया।
सेना ने एक चुनाव सहायता केंद्र स्थापित किया है, जो निर्वाचन आयोग के साथ सहयोग करेगा। गफूर ने कहा कि मतदान वाले दिन मतदान केंद्रों के अंदर और बाहर जवान तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 10.595 करोड़ मतदाताओं के लिए स्थापित 85,300 मतदान केंद्रों पर 371,388 सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे।
गफूर ने आशा जताई है कि इस बार चुनाव 2013 के मुकाबले अधिक सुरक्षित होंगे, क्योंकि आतंकवादियों के खिलाफ लगातार सैन्य अभियान के बाद देश में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा, "हम चुनाव में हस्तक्षेप नहीं, बल्कि उन्हें सुविधाजनक बनाने में मदद कर रहे हैं। चुनाव आतंकी हमले के बिना भय के कराए जाने की जरूरत है। हमें रैलियों और चुनाव अभियानों के लिए माहौल को सुविधाजनक बनाने की जरूरत है।"


