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पाक सेना केन्या पुलिस की गोली से पत्रकार की हत्या के मामले पर जांच आयोग चाहती है

पाकिस्तान के जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) ने मंगलवार को सरकार से कहा कि वह केन्याई कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा वरिष्ठ पाक पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय पैनल का गठन करे

पाक सेना केन्या पुलिस की गोली से पत्रकार की हत्या के मामले पर जांच आयोग चाहती है
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) ने मंगलवार को सरकार से कहा कि वह केन्याई कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा वरिष्ठ पाक पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय पैनल का गठन करे। अरशद शरीफ की रविवार रात (23 अक्टूबर) को गोली लगने से मौत हो गई थी। वह केन्या की राजधानी के बाहरी क्षेत्र में एक चौकी से तेजी से एक गाड़ी से गुजर रहे थे, तभी पुलिस ने उन पर गोली चला दी। नैरोबी पुलिस ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि उसे बच्चे के अपहरण की एक घटना में शामिल इसी तरह की कार की तलाश थी और गलती से पत्रकार पर गोली चला दी गई।

सेना ने सरकार को लिखे एक पत्र में केन्या की पुलिस द्वारा शरीफ की हत्या की विस्तृत जांच के लिए एक जांच आयोग के गठन का अनुरोध किया है।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पत्र में उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भी अनुरोध किया गया है जो पाकिस्तान के संविधान के अनुसार आरोप लगा रहे हैं।

इससे पहले, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस दुखद घटना की जांच के लिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग बनाने का फैसला किया है। औरंगजेब ने कहा कि यह फैसला उन तथ्यों का पता लगाने के लिए लिया गया है, जिनके कारण पत्रकार की रहस्यमय परिस्थितियों में हत्या की गई।

अपने फैसले को सोशल मीडिया वेबसाइट ट्विटर पर भी प्रसारित किया। पीएम ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, "मैंने पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग बनाने का फैसला किया है, ताकि दुखद घटना के तथ्यों को पारदर्शी और निर्णायक तरीके से निर्धारित किया जा सके।"

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने केन्या के अखबार द स्टार को बताया कि गोली चलाने के दौरान 'गलत पहचान' का मामला माना जा रहा है, यानी गलती से अपराधी समझकर गोली चला दी गई। शरीफ की मौत ने पाकिस्तान में व्यापक आक्रोश फैलाया और लोगों ने जांच की मांग की।

पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीफ का एक रिश्तेदार कार चला रहा था। कार को रोकने के लिए सड़क पर छोटे पत्थरों का इस्तेमाल किया गया, लेकिन शरीफ ने गाड़ी नहीं रोकी और आगे बढ़ गया, जिसके बाद अधिकारियों ने गोलियां चलाईं।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, कार में नौ गोलियां लगीं और एक गोली शरीफ के सिर में लगी।


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