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पद्मावत : मध्यप्रदेश में बंद का मिश्रित असर, कहीं प्रदर्शन नहीं

संजय लीला भंसाली की विवादित स्थल 'पद्मावत' का आज मध्यप्रदेश में कहीं प्रदर्शन नहीं होने के बाद राज्य के राजस्थान की सीमा से सटे पश्चिमी हिस्सों में करणी सेना की ओर से आहूत बंद का मिश्रित असर दिखाई दे

पद्मावत : मध्यप्रदेश में बंद का मिश्रित असर, कहीं प्रदर्शन नहीं
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भोपाल। संजय लीला भंसाली की विवादित स्थल 'पद्मावत' का आज मध्यप्रदेश में कहीं प्रदर्शन नहीं होने के बाद राज्य के राजस्थान की सीमा से सटे पश्चिमी हिस्सों में करणी सेना की ओर से आहूत बंद का मिश्रित असर दिखाई दे रहा है।

पश्चिमी मध्यप्रदेश में पिछले कई दिन से करणी सेना की ओर से हिंसक विरोध प्रदर्शन और चक्काजाम की खबरें सामने आ रहीं थीं, इसके चलते इन हिस्सों में पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। मंदसौर, उज्जैन, नीमच और रतलाम जिले में कई स्थानों पर बंद का मिला-जुला असर है।

राजधानी भोपाल समेत अधिकतर हिस्सों में सुबह से शांति कायम है और बंद का कोई खास असर नहीं है। भोपाल के सभी नौ टॉकीज और पांच मॉल में फिल्म का प्रदर्शन नहीं हुआ है। शहर के सभी बड़े बाजार लगभग खुले हुए हैं।

स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर भी बंद का कोई प्रभाव नहीं दिखाई दिया, हालांकि पुलिस प्रशासन ऐहतियातन मुस्तैदी करते हुए है।

व्यावसायिक राजधानी इंदौर में बंद का मिश्रित असर दिखाई दिया। फिल्म की रिलीज पर सेंट्रल सर्किट सिने एसोसिएशन (सीसीसीए) ने स्पष्ट कहा था कि फिल्म प्रदर्शित करने का निर्णय सिनेमाघर संचालकों को लेना है।

इंदौर के फिल्म वितरक चंदूलाल गोयल ने भी स्पष्ट कर दिया था कि फिल्म प्रदर्शन के अधिकार किसी वितरक ने नहीं लिए हैं, ऐसे में फिल्म प्रदर्शित नहीं हो पायेगी।

उज्जैन जिले में भी शांतिपूर्ण बंद है और कहीं से किसी प्रकार की घटना की कोई सूचना नहीं है। करणी सेना की आज यहां रैली निकालने की योजना है।

इसी बीच फिल्म को प्रदर्शित करने का मसला सुलझाने के लिए मध्यप्रदेश सिने ऐसोसिएशन के सदस्यों के आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की संभावना की भी खबरें हैं।

राजधानी भोपाल में कल शाम एक व्यस्ततम चौराहे पर करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बीच एक कार में आग लगा दी गई थी।

पुलिस के मुताबिक कार करणी सेना के ही एक नेता के नाम पर रजिस्टर्ड थी। वहीं करणी सेना ने इसे अपने संगठन को बदनाम करने की साजिश बताया था।

प्रदेश के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, देवास, मंदसौर और सागर में पिछले कई दिन से करणी सेना के विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रहीं थीं। वहीं नीमच में करणी सेना ने टॉकीज संचालकों को फूल भेंट कर फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने का आग्रह किया था।


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