धान की बम्फर आवक से फिर से प्रभावित हो सकती खरीदी
धान केंद्रों में धान की की बम्फर आवक हो रही हैं, इससे सोसायटी में एक बार फिर से खरीदी प्रभावित हो सकती है लेकिन ऐसी नौबत न आए इसके लिए अब जिला प्रशासन कमर कस रही है

बालोद। विधानसभा चुनाव की मतगणना होने के बाद अब धान केंद्रों में धान की की बम्फर आवक हो रही हैं। इससे सोसायटी में एक बार फिर से खरीदी प्रभावित हो सकती है लेकिन ऐसी नौबत न आए इसके लिए अब जिला प्रशासन कमर कस रही है।
मालीघोरी फड़ शुरू
अभी तक सिर्फ कस्टम मिलिंग के तहत मिलर धान उठा रहे हैं। महज 36 फीसद धान का उठाव हो पाया था। बारदाने की कमी से परिवहन प्रभावित है। परिवहन नहीं होने से सोसायटी में जगह का अभाव है। इस अनिपटने के लिए अब सरकारी फड़ संग्रहण केंद्र मालीघोरी में धान का भंडारण शुरू कर दिया गया है। कलेक्टर ने एक हफ्ते के भीतर शेष अन्य तीन फड़ जगतरा, फुंडा व धोबनपुरी को भी शुरू करने डीएमओ को कहा है। एक हफ्ते के भीतर सभी फड़ चालू होने के बाद धान परिवहन में तेजी आ जाएगी। सभी फड़ चालू होने पर कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि परिवहन में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। फड़ में उनके आसपास के सोसायटी के धान का ही परिवहन करना है। ये शिकायत आती है कि ट्रांसपोटीग चार्ज की आड़ में कमाई करने ठेकेदार पास को छोड़ कर दूर के फड केन्द्रो में धान परिवहन करते हैं। ऐसी गड़बड़ीी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
36 फीसद हुआ धान का उठाव
अभी तक जिले के 69 सोसायटी के 110 केन्द्रों के जरिए 19 लाख 94 हजार 607 क्विटंल धान की खरीदी हुई है। जिसमें से 36 फीसद धान यानि सात लाख 12 हजार 702 क्विटंल धान का ही परिवहन हो पाया है। कम उठाव व ज्यादा आवक के कारण 50 से ज्यादा सोसायटी में खरीदी के लिए जगह की शार्टेज हो गई है। चुनाव के बाद अब केन्द्रो में धान की आवक बढ़ने की संभावना है। क्योंकि कई किसान इसी इंतजार में धान नहीं बेंचे थे कि पहले देख लें किसकी सरकार बन रही है। कांग्रेस ने कर्ज माफी की घोषणा की थी। अब उन्ही की सरकार बन गई है। किसान इस उत्सुकता में हैं कि कब कर्ज माफी का आदेश जारी होगा। सोसायटी वाले किसानों को धान बेंचने पर उनके खाते से कर्ज की राशि कांट लेते हैं। इसलिए किसान चुनाव के बाद क्या परिणाम आता है? ये देखने के बाद धान बेंचने आने वाले थे। अब मौसम साफ हो रहा है। बदली बारिश के कारण दो दिन तक खरीदी बंद थी। अब फिर से धान खरीदी जोर पकडेगी। इस लिहाज से अफसरों को अब केन्द्रो में पूरी व्यवस्था बनाकर चलनी होगी। नई सरकार को भी किसानों की सुविधा का ध्यान रखना होगा।
मिलर व राशन दुकानों से करें तत्काल बारदाने का इंतजाम
कलेक्टर ने बैठक में अफसरों को कहा है कि केन्द्रों से धान के उठाव में तेजी लाएं। मिलर्स और शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से खाली बारदाना प्राप्त कर तत्काल धान केन्द्रों में पहुंचाए। ज्ञात हो कि शासन ने नए बारदानों का इंतजाम कर लिया है। मामला पुराने बारदाने की कमी के कारण गड़बड़ा रहा था। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि जिले में धान खरीदी में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
एसडीएम करेंगे खरीदी की निगरानी
कलेक्टर ने सभी एसडीएम को भी धान खरीदी व परिवहन देखने का जिम्मा सौंपा है। एसडीएम को हर शिकायत की जांच का जिम्मा दिया गया है। इसके अलावा उन्हें ये भी निगरानी करनी है कि कहीं सोसायटी में बाहरी व्यापारी, किसान की आड़ में धान न खपा दे। पिछले दिनों एसडीएम हरेश मंडावी ने कई कोचियों के घरो व गोदाम में दबिश देकर बिना लायसेंस के धान खरीदी बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की थी। कलेक्टर ने सभी तहसील के एसडीएम को कहा है कि केन्द्रो में खरीदी, उठाव व बारदाने की व्यवस्था हो रही है या नहीं? इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें और मुझे रिपोर्ट देते रहे।


