रावड़ में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन
रावड़ में जय मां शीतला बाबा विश्वकर्मा राजमिस्त्री समिति के तत्वावधान में हास्य कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें कवियों ने हास्य व्यंग्य, चुटकुले एवं गीत पेश कर खूब गुदगुदाया

राजिम। रावड़ में जय मां शीतला बाबा विश्वकर्मा राजमिस्त्री समिति के तत्वावधान में हास्य कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें कवियों ने हास्य व्यंग्य, चुटकुले एवं गीत पेश कर खूब गुदगुदाया। इस मौके पर युवा शायर जितेंद्र सुकुमार साहिर ने स्वच्छता अभियान का समर्थन करते हुए कुछ अपनी, कुछ देश की भलाई करें, चलो मिलकर गांव की सफाई करें, पेश कर तालियां बटोरी। हास्य व्यंग्य के संतोष सेन त्रेतायुग का स्मरण करते हुए वर्तमान परिपेक्ष्य पर करारा व्यंग्य कसा।
उन्होंने मोबाइल पर रचना देकर कवि सम्मेलन को ऊंचाइयां दी। उनकी छत्तीसगढ़ी व्यंग्य का होतिस अगर त्रेता युग म मोबाइल होतीस, भगवान राम ल 14 वर्ष के वनवास होतीस, फेर सीता के हरण नहीं होतिस। गीतकार टीकम चंद सेन ने देश के गद्दारों पर व्यंग्य पैरोडी देते हुए कहा कि पहले जूता मारो यारो देश के गद्दारों को सेना का अपमान करें उन कायर और मक्कारों को, सुनाया। कार्यक्रम में डिगेश साहू, टोमन साहू, विजय साहू, राजकुमार साहू, मोहन कन्हैया, हरि केवल, खुमान निषाद, देवाराम सहित अनेक लोगों का सहयोग रहा।
गोकुल सेन ने चुटकुला सुनाकर लोटपोट कर दिया
रोहित साहू गीत प्रस्तुत कर समा बांध दी। चौबेबांधा के कवि संतोष कुमार सोनकर मंडल ने छत्तीसगढ़ की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि एदे नवा राज के शोर जघा जघा जावत हे तभो तो गुलाब अउ मोगरा कर ममहात हे, देवी देवता के आशीष फले-फूले हमर छत्तीसगढ़ राज सिधवा इहां के मनखे मया के होथे बरसात सुनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में काव्य रसिक उपस्थित होकर काव्य रस में खो गए।


