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कूड़े से बन रही जैविक खाद, किसानों को कम दामों में बेचने की कवायद

उत्तर प्रदेश में कानपुर के कैंटोन्मेंट बोर्ड ने कूड़े से जैविक खाद बनाकर किसानों को सस्ते दाम पर बेचने की कवायद शुरू कर दी है।

कूड़े से बन रही जैविक खाद, किसानों को कम दामों में बेचने की कवायद
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानपुर के कैंटोन्मेंट बोर्ड ने कूड़े से जैविक खाद बनाकर किसानों को सस्ते दाम पर बेचने की कवायद शुरू कर दी है। बोर्ड के निर्देश पर यहां हाइटेक कूड़ा प्लांट लगा दिया गया है। अधिकारियों का दावा है कि इससे रोजाना 40 टन कूड़े का निस्तारण कर 15 टन जैविक खाद बनाई जाएगी।

आसपास के कुछ राज्यों ने भी जैविक खाद के लिए सम्पर्क किया है। कानपुर कैंटोन्मेंट बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, रोज 40 टन कूड़े का निस्तारण कर 15 टन जैविक खाद बनाई जाएगी। बोर्ड ने शहरी और ग्रामीण किसानों को भी डेढ़ रुपए प्रति किलो के हिसाब से जैविक खाद बेचने का फैसला किया है। साथ ही बोर्ड को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से दो हजार टन जैविक खाद का ऑर्डर भी मिल गया है।

गौरतलब है कि कैंट बोर्ड ने जाजमऊ स्थित ट्रेन्चिंग ग्राउंड में 55 लाख की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया है। प्लांट रविवार से विधिवत शुरू हो गया है। प्लांट में नई तकनीक के जरिए कूड़े का निस्तारण होगा। इसमें कूड़े के हर हिस्से को अलग-अलग कर जैविक खाद बनाई जा रही है। अभी जैविक खाद बननी शुरू की गई है।

प्लांट के मैनेजर गिरजेश चौबे ने बताया कि कूड़ा प्लांट शुरू हो गया है। जैविक खाद प्लांट से ही ग्रामीण किसानों और बागवानी कर रहे शहरी किसानों को 5,10 और 20 किलो के बंडल में बेची जाएगी। प्लांट की सिटी कम्पोस्ट खाद जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में कारगर होगी।

उन्होंने बताया कि खाद का भाव अभी डेढ़ रुपए प्रति किलो रखा गया है। आगे बोर्ड ने अनुमति दी तो रिटेल आउटलेट कैंट क्षेत्र में खोले जा सकते हैं। हरियाणा और हिमाचल से ऑर्डर मिल गया है लेकिन शहरी किसानों की मांग पहले पूरी की जाएगी।


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