160 कामगारों को कुसमुंडा भेजने का विरोध
एसईसीएल की मानिकपुर परियोजना में कार्यरत 80 कामगारों का स्थानांतरण कुसमुंडा परियोजना में करने के बाद अब और 160 कामगारों के स्थानांतरण की सूची तैयार किए जाने पर विरोध शुरू हो गया
कोरबा। एसईसीएल की मानिकपुर परियोजना में कार्यरत 80 कामगारों का स्थानांतरण कुसमुंडा परियोजना में करने के बाद अब और 160 कामगारों के स्थानांतरण की सूची तैयार किए जाने पर विरोध शुरू हो गया है। यूनियन प्रतिनिधि कामगारों का स्थानांतरण रोकने के लिए दबाव बनाने में लगे हुए हैं।
एसईसीएल मानिकपुर परियोजना में कोयला उत्पादन बंद हो गया है जबकि विस्तार खदान में सारे काम ठेकेदारों से कराए जा रहे हैं। यहां कामगारों का कोई काम नहीं रह गया है। 80 कामगारों का स्थानांतरण कुसमुंडा खदान किया जा चुका है। यूनियन प्रतिनिध दीपेश मिश्रा, ए विश्वास, संजय सिंह व डीएम सिंह ने प्रबंधन पर दबाव बनाने का प्रयास किया था और कहा था कि कामगारों का स्थानांतरण कुसमुंडा न किया जाएगा। अब पुन: 160 कामगारों की सूची बनाई जा चुकी है।
एक माह के भीतर इन कामगारों को कुसमुंडा भेज दिया जाएगा। एसईकेएमसी के कोरबा एरिया महामंत्री किशोर सिन्हा ने भी स्थानांतरण सूची पर कहा है कि प्रबंधन पर दबाव बनाने का प्रयास हो रहा है। सण्डे रोकने के लिए भी उनके संगठन ने दबाव बनाया था। अब प्रत्येक कामगारों को एक-एक सण्डे रूटीन के आधार पर दिया जा रहा है।


