सर्वदलीय बैठक: विपक्षी दलों का आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार को समर्थन
करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में सभी दलों ने एक सुर में इस हमले की निंदा की और भरोसा दिलाया कि वे आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों के साथ हैं

नई दिल्ली। सर्वदलीय बैठक में सबसे पहले सभी दलों के प्रतिनिधियों ने दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
राजनाथ सिंह ने बैठक की शुरुआत में कहा कि सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद हैं। सरकार जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। सेना को कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गयी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद को लेकर सरकार की नीति ‘जीरो टॉलरेंस’ की रही है। जम्मू-कश्मीर की आम जनता अमन पसंद है और वे हमारे साथ खड़ी है, लेकिन कुछ ऐसे तत्त्व हैं जो वहाँ शांति नहीं चाहते। उन्हें सीमा पार से भी मदद मिल रही है।
करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में सभी दलों ने एक सुर में इस हमले की निंदा की और भरोसा दिलाया कि वे आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह सरकार का समर्थन करते हैं और सुरक्षा बलों के साथ हैं। इस दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और तेलुगुदेशम् पार्टी ने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री को सभी राष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों के साथ बैठक करनी चाहिये।
सूत्रों के अनुसार, कुछ राजनीतिक दलों ने शहीदों के परिजनों को मिलनी वाला सहायता राशि में केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की माँग की
ताकि सभी शहीदों के परिजनों को एक समान सहायता राशि दी जा सके। सूत्रों ने यह भी बताया कि बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की माँग की। कुछ दलों ने हमले के बारे में और विवरण उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जिस पर उन्हें बाद में ज्यादा विवरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया।


