मोदी से डरते हैं विपक्षी इसलिए एकजुट हुए: जेटली
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और सत्ता में उनके वापस आने की संभावना की वजह से वे एकजुट हुए

नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और सत्ता में उनके वापस आने की संभावना की वजह से वे एकजुट हुए हैं,
लेकिन लोकसभा चुनाव में यह काम नहीं आएगा क्योंकि मोदी सबसे लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा कि विपक्षियों के पास मोदी-विरोधी एजेंडा है और वे चुनावी समीकरण लगाकर इसका बेहतरीन फायदा उठाना चाह रहे हैं।
उन्होंने कहा, "नकारात्मक अभियान तभी काम करता है जब मजबूत सत्ता-विरोधी लहर हो। जब सरकार और इसके नेता के साथ एक सहज स्तर होता है, तो लोगों का अधिक से अधिक संतुष्ट समूह सरकार को वोट देने आता है।"
उन्होंने कहा, "यह केवल उनकी लोकप्रियता और वापसी का डर है जो उन्हें एकसाथ ला रहा है। प्रधानमंत्री मौजूदा दौर के राजनेताओं में सबसे अधिक लोकप्रिय, निर्णायक और ऊर्जावान नेता बने हुए हैं।"
वित्तमंत्री ने कहा, "उनकी ईमानदारी, नैतिकता पर जोर, विकास आधारित राजनीति ने महत्वाकांक्षी भारत के बीच उन्हें स्वीकार्य बना दिया। उन्होंने 2014 में अकेले दम पर सभी जाति आधारित पार्टियों और राजशाही(डायनेस्टी) राजनीतिक समूहों को हरा दिया।"
जेटली ने कहा, "अगर मोदी का दूसरा कार्यकाल एक मुद्दा है, यह भाजपा को फायदा पहुंचाएगा। चुनाव ज्यादा प्रसिडेंशियल(राष्ट्रपति पद की तरह) हो जाएगा। अगर एक महत्वाकांक्षी भारत में नकारात्मकता एक राजनीतिक अभियान है तो यह काम नहीं करेगा। अगर समीकरण ही एकमात्र उद्देश्य है, तो मोदी की केमेस्ट्री इसपर हावी हो सकती है।"


