खट्टर सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव, खट्टर ने कहा- 'हमें है विश्वास'
उत्तराखंड के बाद अब हरियाणा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं

नई दिल्ली। उत्तराखंड के बाद अब हरियाणा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं। अब हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। दरअसल, केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलनृ से अब हरियाणा सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। जननायक जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन वाली सरकार के बीच पहले से ही दरारें पड़ती दिखाई दे रही थी तो इसी बीच अब विपक्ष ने भी सरकार के खिलाफ अपना दाव खेल दिया है।
जी हां आज बुधवार को कांग्रेस विधान सभा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई। जी हां हरियाणा विधानसभा में इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। अविश्वास प्रस्ताव को देखते हुए पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपने-अपने सदस्यों को सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है। इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी है तो वहीं जेजेपी और बीजेपी के बीच आपसी कलह भी दिखाई दे रही है।
जी हां जेजेपी के विधायक डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने का दबाव बना रहे हैं। जेजेपी विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने कहा है कि उनकी पार्टी को अब गठबंधन तोड़ देना चाहिए। जनता का हमसे विश्वास उठ गया है। गांव में हमको घुसने नहीं दिया जाता है। किसान परेशान हैं और हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए।
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी टिप्पणी की है। खट्टर ने कहा कि वह पूरी तरफ से अश्वस्त हैं। मनोहर लाल खट्टर ने कहा हमें विश्वास, विधानसभा में गिर जाएगा अविश्वास प्रस्ताव।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा हरियाणा सरकार ने लोगों का विश्वास खो दिया है। अब अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जाएगा बल्कि सीधे मतदान होगा।


