विपक्षी नेताओं ने केंद्र और राज्यपाल मलिक को राजनीति करने का दिया मौका : मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आज बताया कि कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं ने बिना अनुमति के जम्मू एवं कश्मीर जाकर केंद्र सरकार और प्रदेश के राज्यपाल को राजनीति

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आज बताया कि कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं ने बिना अनुमति के जम्मू एवं कश्मीर जाकर केंद्र सरकार और प्रदेश के राज्यपाल को राजनीति करने का मौका दे दिया है।
उन्होंने ट्वीट मे कहा, "राज्य के हालात अभी ठीक नहीं हैं, ऐसे में हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं का कश्मीर दौरा करना, राज्यपाल और केंद्र को राजनीति करने का मौका देने जैसा है। वहां की यात्रा पर जाने से पहले थोड़ा विचार विमर्श कर लिया जाता तो उचित होता।"
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि देश में संविधान लागू होने के करीब 69 वर्षों के उपरान्त 370 को रद्द किया गया है।
1. जैसाकि विदित है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हमेशा ही देश की समानता, एकता व अखण्डता के पक्षधर रहे हैं इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से धारा 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बीएसपी ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया।
— Mayawati (@Mayawati) August 26, 2019
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट किया, "सभी जानते हैं कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर हमेशा से ही देश की समानता, एकता और अखंडता के पक्षधर रहे। वह जम्मू एवं कश्मीर को अनुच्छेद 370 के द्वारा विशेष प्रावधान दिए जाने के पक्ष में नहीं थे।"
मायावती ने कहा कि इसी वजह से बसपा ने संसद में इसे रद्द किए जाने का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि शीर्ष न्यायालय का भी यही मानना है कि ऐसी परिस्थित में थोड़ा इंतजार किया जाए तो बेहतर होगा।
गौरतलब है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को श्रीनगर पहुंचा था, लेकिन हवाईअड्डे पर हुए भारी हंगामे के बाद सभी को वापस दिल्ली भेज दिया गया। विपक्ष के नेता अनुच्छेद-370 हटने के बाद कश्मीर के जमीनी हालात जानने के लिए वहां पहुंचे थे।


