सिर्फ मध्यान्ह भोजन के लिए खुल रहा स्कूल
शासन द्वारा गर्मी अवकाश में स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन के लिए स्कूल खुली जा रही है । वही ब्लाक के स्कूलों में इसका संचालन हो रहा है

सारंगढ़। शासन द्वारा गर्मी अवकाश में स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन के लिए स्कूल खुली जा रही है । वही ब्लाक के स्कूलों में इसका संचालन हो रहा है इसके लिए भोजन का समय सुबह 7रू30 बजे से लेकर 9रू30 बजे तक का समय नाश्ता का है इसमें मध्यान्ह भोजन दिया भी जा सकता है । वही गर्मी इतनी अधिक है कि लेटर वाले स्कूलों में पंखा कुछ कम नहीं आ रही है और बच्चे पसीने से तरबतर हो रहे हैं ज्यादा देर तक उन्हें स्कूल में रखने से भी उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
कुछ लोगों का मानना है कि सरकार को भोजन के बजाय पौष्टिक नाश्ता बच्चों को दिया जाना चाहिए बिना पढ़ाई के केवल मध्यान भोजन के लिए बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं भी दिया जा चुका है जहां स्कूलों में मध्यान्ह भोजन 1 मई से गर्मी अवकाश होने के चलते स्कूलों को मध्यान्ह भोजन के लिए ही खोला जा रहा है जिसका निर्देश शासन द्वारा सभी स्कूलों में पहुंच गया है जिससे बच्चों को मध्यान्ह भोजन कराया भी जा रहा है ।
कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के बच्चों को अब तक सुविधाएं मिलेगी इसके बाद इसके लिए स्कूलों की टाइम भी सुबह 7रू30 से लेकर 9रू30 कर दिया गया है ।गर्मी से लिहाजा यह स्कूल संचालित के लिए आदर्श समय है लेकिन इस अवधि में मध्यान्ह भोजन दिया जाना इस पर परेशान है गर्मी में बच्चों की उपस्थिति कम हो रही है लेकिन मजबूरी में ही शासन की योजना के लिए ही मध्यान्ह भोजन के लिए भी स्कूल खोली जा रही है।
जहां 1से 2 शिक्षक पदस्थ है उसको ही पड़ेगा भारी गर्मी पर मध्यान भोजन संचालित कराने के लिए शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थिति दे रहे हैं। हालाकी मध्यान्ह भोजन से प्रतिदिन 1 शिक्षकों की ड्यूटी लग रही है वही शिक्षकों द्वारा भी अपनी अपनी पारी का इंतजार करके अपनी पारी का ड्यूटी कर रहे हैं इसके बावजूद भी अवकाश के समय में स्कूलों में उपस्थिति देना शिक्षकों के लिए भारी पड़ने वाली है।
जहां 1से 2 शिक्षक हैं उनको मध्यान भोजन संचालित कराने के लिए प्रतिदिन स्कूल पहुंचना भारी पड़ रहा है जबकि जहां शिक्षकों की संख्या अधिक है उन्हें परेशानी कब होगी वही गर्मी माह में मध्यान्ह भोजन का आदेश जारी होने से भीषण गर्मी अवकाश में कहीं बाहर जाने का प्रोग्राम बनाने वाले शिक्षकों को जरूरी झटका लगा हुआ है।
पौष्टिक नाश्ता देकर शासन जांगड़े इस संबंध में कांग्रेस के गणपत जांगड़े ने बताया कि सरकार को बच्चों की इतनी चिंता है तो सुबह मध्यान्ह भोजन के समय पौष्टिक नाश्ता देना चाहिए मध्यान भोजन की गुणवत्ता कैसी रहती है इसको सबको मालूम है सुबह नाश्ते के समय खाना खाएं नाश्ता करें इसलिए बच्चों को किसी अच्छी चीज पौष्टिक नाश्ता देनी चाहिए।


