ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त बनाने की कवायद शुरू
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है
ग्रेटर नोएडा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। जिला स्वच्छता समिति की बैठक गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी माखन लाल गुप्ता की अध्यक्षता में विकास भवन में हुई।
बैठक में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जनपद को खुलें में शौच मुक्त कराने के लिए (ओडीएफ) 9955 शौचालय का निर्माण कराए जाने का लक्ष्य समिति के सम्मुख रखा गया। जिला पंचायत राज अधिकारी आरके द्विवेदी ने बैठक में बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों को ओडीएफ बनाने के लिए शासन के निर्देशानुसार लगभग 23 करोड़ रुपए की क्रियान्वयन योजना तैयार की गयी है।
जिसके तहत निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्रथम चरण में चालू वित्तीय वर्ष के तहत 11 सामान्य ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए स्वच्छ शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार प्रति शौचालय की दर से ग्राम पंचायत थोरा को 300 शौचालय निर्माण लागत 36 लाख रुपए तथा ग्राम पंचायत मंगरौली को 58 शौचालय बनाए जाने के लिए 6 लाख 96 हजार रुपए की धनराशि हस्तान्तरित कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि इन शौचालयों का निर्माण जल्द पूरा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज मिस्त्रियों को 30 एवं 31 मई को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। आयोजित बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जनपद में खुले में शौच पर रोक लगाने के उद्देश्य से निगरानी समिति चैम्पियन एवं स्वच्छताग्राही सदस्यों की 5 दिन की सीएलटीएस टे्रनिंग करायी जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि खुले में शौच करते हुए पकड़े जाने पर 15 हजार रुपए जुर्माने के साथ ही एक माह की सजा का प्रावधान है इस नियम का सभी ग्रामों में अक्षरस: पालन सुनिश्चित कराने की कार्यवाही की जाए।


