मंगला सरपंच की कुर्सी गई पक्ष में सिर्फ चार वोट पड़े
आखिरकार मंगला सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पंचों की आज जीत हो गई
बिलासपुर। आखिरकार मंगला सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पंचों की आज जीत हो गई। मंगला की महिला सरपंच सीता पटेल के खिलाफ 17 पंचों ने मतदान किया, तथा सरपंच समेत 4 पंचों ने सरपंच के पक्ष में मतदान किया।
नतीजा के घोषणा के बाद मंगला ग्राम पंचायत में जमकर नारेबाजी हुई। बताया जाता है कि भाजपा नेता मंगला के पूर्व सरपंच ज्वाला प्रसाद सूर्यवंशी समेत पंचों ने सरपंच के खिलाफ मूहिम चलाई थी तथा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया था। नतीजों के बाद ज्वाला प्रसाद तथा राजेंद्र ने पंचों के प्रति आभार जताया अब गांव में उपसरपंच या ओबीसी महिला पंचों से किसी को सरपंच का प्रभार दिया जा सकता है। पिछले एक साल से मंगला गांव की राजनीति में घमासान मचा हुआ था, कांग्रेस समर्थित महिला सरपंच सीता पटेल के खिलाफ दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। पिछले कई दिनों से मंगला के पंच लामबंद हो गए थे। तथा सरपंच के खिलाफ अनियमितता भ्रष्टाचार की शिकायत करते हुए जनहित के मुद्दों पर सरपंच को हटाने अविश्वास प्रस्ताव लाने प्रशासन को पत्र दिया था। महिला सरपंच को हटाने में पूर्व सरपंच ज्वाला प्रसाद की भूमिका रही है। ज्वाला प्रसाद 17 पंचों को लेकर मैहर शारदा देवी के दर्शन कराने लेकर गए थे।
आज सुबह सभी पंच मैहर से वापस आए और ठीक 12 बजे मंगला पंचायत भवन में बैठक में शामिल होने पहुंचे। तहसीलदार देवसिंह उईके ने पंचों को बैठक में समझाने का प्रयास किया तथा समन्वय बनाने की सलाह दिया लेकिन पंच वोटिंग कराने अड़े रहे। आखिरकार तहसीलदार ने चुनाव की प्रक्रिया कराई। सरपंच सीता पटेल के पक्ष में सिर्फ 4 वोट पड़े तथा विपक्ष में 17 वोट पड़े है। तहसीलदार ने बताया कि महिला सरपंच के खिलाफ अनियमितता व भ्रष्टाचार की शिकायत की गई।


