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कुंभ में मान्यता प्राप्त अखाडे ही निकालेंगे पेशवाई: नरेंद्र गिरी

कुंभ के दौरान केवल 13 अखाडे ही गाजे-बाजे के साथ पेशवाई निकालेंगे और किसी को भी इसका अधिकार नहीं होगा

कुंभ में मान्यता प्राप्त अखाडे ही निकालेंगे पेशवाई: नरेंद्र गिरी
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इलाहाबाद। साधु संतों की जानमानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि कुंभ में केवल 13 अखाडे ही पेशवाई निकालेंगे।

मंहत गिरी ने आज कहा कि कुंभ के दौरान केवल 13 अखाडे ही गाजे-बाजे के साथ पेशवाई निकालेंगे और किसी को भी इसका अधिकार नहीं होगा।

अभी तक देश में केवल 13 अखाड़ों को ही मान्यता प्राप्त है और वहीं अपनी गतिविधयों को संचालित करेंगे। इसके अलावा कोई अखाड़ा नहीं बना है।

किन्नर अखाडा के कुंभ में पेशवाई निकालने और शाही स्नान करने के दावे पर नाराज मंहत गिरी ने कहा कि 13 अखाड़ों के अलावा अधिकृत कोई अन्य अखाड़ा है ही नहीं तो शाही स्नान और पेशवाई निकालने का सवाल ही नहीं उठता।

परिषद किसी भी सूरत में दावा करने वाले अखाडे को यह अधिकार नहीं देता कि वह 13 अखाड़ों के अलावा कोई अन्य अपनी पेशवाई निकाले।

गिरी ने कहा कि शाही स्नान के साथ शंकराचार्य स्नान करते थे और वह उनके स्वेच्छा पर है लेकिन अलग से उन्हें भी शाही स्नान करने का अधिकार नहीं है तब यह कैसे सम्भव होगा कि किन्नर अखाडा शाही स्नान करेगा।

उन्होंने कहा कि यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला है जिसमें करोड़ो श्रद्धालु बिना आमंत्रण के खिंचे चले आते हैं। यहां अनेकों भाषाओं का अदभुत संगम देखने को मिलता है।

यहां आने वाले तीर्थयात्री भले ही एक दूसरे की भाषा समझ नहीं पाते वह इशारों से बातें समझ लेते हैं।

पहला शाही स्नान 15 जनवरी मकर संक्रांति को होगा, दूसरा शाही स्नान चार फरवरी मौनी अमावस्या और तीसरा शाही स्नान वसंत पंचमी 10 फरवरी को होगा। कुंभ स्नान में कुल छह स्नान होते हैं लेकिन शाही स्नान इन्ही तिथियों पर होगा।

तीन अन्य पर्व स्नान 21 जनवरी पौष पूर्णिमा, 19 फरवरी को माघी पूर्णिमा तथा छठवां और अंतिम स्नान 04 मार्च महाशिवरात्रि पर होगा।

उन्होंने कहा “ हम किन्नरों का सम्मान करते हैं और करते रहेंगे लेकिन अखाड़ा के स्तर से उन्हें शाही स्नान करने का अधिकार नहीं है।

साधारण लोगों की तरह वह आयें और स्नान करें उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। मेला सब का है, सभी आयें स्नान ,पूजा-पाठ करें किसी को आपत्ति नहीं है।”

गौरतलब है कि मंगलवार को बनारस में पितरों का त्रिपिंड़ी श्राद्ध करने आयी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा था कि उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ के बाद अब 2019 में तीर्थराज प्रयाग में कुंभ में किन्नर अखाड़ा शाही स्नान करेगा, संगम तट पर शिविर लगाएगा और धूम-धाम से पेशवाई निकालेगा।


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