एक लाख 18 हजार की लूट, 12 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार
ग्राम अफरीद में शराब भट्ठी का पैसा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी के घर से कलेक्शन की राशि 1 लाख 18 हजार की लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता घटना के 12 घंटे के भीतर हाथ लगी और दो आरोपियों को गिरफ्तार

जांजगीर। ग्राम अफरीद में शराब भट्ठी का पैसा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी के घर से कलेक्शन की राशि 1 लाख 18 हजार की लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता घटना के 12 घंटे के भीतर हाथ लगी और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे धकेल दिया गया है। पकड़े गये आरोपी में से एक थलसेना का सिपाही निकला तो दूसरा वर्धा कंपनी का कर्मचारी। पुलिस आरोपियों से लूट की पूरी रकम के साथ घटना में प्रयुक्त वाहन भी अपने कब्जे में ले लिया है।
घटना के संबंध में पत्रकारों से चर्चा करते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा ने बताया कि सारागांव थानांतर्गत ग्राम अफरीद निवासी उमेश यादव शराब भ_ी का पैसा कलेक्शन करने का कार्य करता है। वह रविवार को चोरिया क्षेत्र के शराब भी का पैसा कलेक्शन कर 1 लाख 18 हजार रुपए को अपने बैग में रखा था। यह पैसा शराब भ_ी के कैस कलेक्शन करने वाली वेन के कर्मचारियों के पास जमा करना था।
उमेश यादव अपने साथी कोमल यादव के साथ रात एक बजे वेन का इंतजार करते हुए अफरीद के गढ़ पारा मेन रोड के पास स्थित अपने दोस्त के घर के पास बैठा था, लेकिन वेन देर तक आई नहीं। इसी दौरान दो संदिग्ध युवक बाइक से आए और उनका बैग छीनकर भाग निकले। बैग में 1 लाख 18 हजार रुपए था। लूट होने के बाद उमेश यादव ने मामले की सूचना सीधे एसी नीतु कमल को दी। एसपी खुद रात को घटना स्थल पहुंच गईं और जांच के लिए जुट गई। उन्होंने मामले की जांच का जिम्मा सारागांव पुलिस को दिया है। सारागांव पुलिस अज्ञात लुटेरों के खिलाफ धारा 394 के तहत जुर्म दर्ज करते हुये नाकेबंदी की कार्रवाई की गई।
इसी बीच पुलिस को घटना स्थल के आसपास अहम सुराग के रूप में मोबाईल फोन बरामद हुआ। जिसकी तफ्तीश में मोबाईल हाथीटिकरा निवासी श्यामकार्तिक पटेल के रूप में हुई। पुलिस इसी सुराग के तहत संदेही श्याम कार्तिक के घर हाथीटिकरा जा पहुंची, जहां पूछताछ पर उसने अपने अन्य साथी जोहन पटेल का नाम बताया। दोनों को संदेह के आधार पर पुलिस द्वारा थाने लाकर की गई पूछताछ से सारा मामला स्पष्ट हो गया और आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार करते हुये अपना जुर्म पुलिस के समक्ष कबूल कर लिया। पुलिस आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड में जेल दाखिल कर दिया है।
मोबाइल से मिला सुराग
लूट के संबंध में घटना स्थल पहुंची पुलिस अधीक्षक नीथु कमल के हाथों अहम सुराग मोबाईल फोन के रूप में लगा, जिसके आधार पर आरोपियों को घटना के 12 घंटे के भीतर पकड़ा जा सका। घटना को अंजाम देते वक्त आपाधापी में आरोपी हाथीटिकरा निवासी श्याम कार्तिक अपना मोबाईल फोन गिरा डाला।
जिससे पता चला कि उक्त आरोपी केएसके महानदी में कर्मचारी है, वहीं श्याम कार्तिक से दूसरे आरोपी जोहन पटेल का पता चला। जोहन पटेल पायोनियर रेजिमेंट थलसेना चण्डीगढ़ में सिपाही है, जो छुट्टी में आया हुआ था। आरोपियों की रिश्तेदारी अफरीद में होने की वजह से इन्हें कलेक्शन की रकम कब कहां आती-जाती है कि जानकारी थी और इसी का फायदा उठा ये रकम उड़ा मौज करने की योजना बनाये थे।
रायटर कंपनी की लापरवाही!
रायटर कैश कलेक्शन कंपनी द्वारा शराब दुकानों से पैसा कलेक्ट कर बैंक में जमा करने का ठेका लिया गया है। मगर कंपनी की लापरवाही ही कहें जिसके पास इस कार्य के लिए मात्र दो गाड़ियां और दो गार्ड ही उपलब्ध है। गौर करने वाली बात यह कि पिछले 10 माह के भीतर यह तीसरी घटना है।
इससे पूर्व कंपनी के ही एक गार्ड द्वारा कलेक्शन की राशि चार लाख रूपए ले भागा था, वहीं कुछ माह पूर्व चांपा स्थित कंपनी के दफ्तर से 57 लाख की लूट हुई थी और अब कंपनी के कर्मचारी के घर से सवा लाख की लूट की घटना सामने आई है। तीनों ही घटनाओं में कंपनी द्वारा सुरक्षा इंतजाम में घोर लापरवाही बरतने की बात सामने आ रही है। जिसके चलते पुलिस की परेशानी बढ़ी हुई है।


