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कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर ऋषि सुनक बोले, 'हम आखिरी बार विराट को नहीं देख पाएंगे'

भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट फॉर्मेट से विराट कोहली के संन्यास ने पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। साधारण क्रिकेट फैंस हों या अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गज, सभी कोहली के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के फैसले से हैरान हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं

कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर ऋषि सुनक बोले, हम आखिरी बार विराट को नहीं देख पाएंगे
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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट फॉर्मेट से विराट कोहली के संन्यास ने पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। साधारण क्रिकेट फैंस हों या अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गज, सभी कोहली के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के फैसले से हैरान हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी बीच ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी किंग कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

ऋषि सुनक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''ये दुखद है कि हम आखिरी बार गर्मियों में विराट को टेस्ट में नहीं देख पाएंगे। वह क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में रहे हैं, एक बेहतरीन बल्लेबाज, चतुर कप्तान और अजेय प्रतिद्वंदी के रूप में हमेशा ही टेस्ट क्रिकेट को उन्होंने एक अलग अहमियत दी है।''

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की प्रतिक्रिया विराट कोहली की लोकप्रियता और क्रिकेट में उनकी महत्ता को प्रदर्शित करती है।

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर एक्स पोस्ट में लिखा, ''मेरे खेलने या फिर बतौर कमेंटेटर जो मैंने देखा है, किसी भी दूसरे खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट के लिए उतना नहीं किया, जितना कोहली ने किया है। उनके पैशन, ऊर्जा और प्रतिबद्धता ने टेस्ट फॉर्मेट को काफी फायदा पहुंचाया है। उम्मीद करता हूं कि भारत की अगली पीढ़ी उनके स्तर की मानसिक सोच वाली होगी।''

भारतीय टीम को जून में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड जाना है। लेकिन, विराट कोहली के इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले संन्यास ने सबको न सिर्फ चौंकाया है, बल्कि फैंस का दिल भी तोड़ दिया है।

विराट कोहली का टेस्ट करियर न सिर्फ एक बल्लेबाज के रूप में बल्कि एक कप्तान के रूप में भी असाधारण रहा है। विराट ने अपने खेल, आक्रामक कप्तानी और फिटनेस के स्तर से भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट को बिल्कुल ही बदल दिया।

विराट की कप्तानी में भारत ने 68 मैच खेले और 40 में जीत हासिल की। वहीं, 11 टेस्ट ड्रॉ रहे और 17 टेस्ट में हार मिली। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट में नंबर वन रही और पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में मात दी।

बतौर बल्लेबाज उनके करियर पर बात करें तो 2011 में अपना डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने 123 टेस्ट की 210 पारियों में 31 अर्धशतक और 30 शतक की मदद से 9,230 रन बनाए। वह तेंदुलकर, द्रविड़ और गावस्कर के बाद टेस्ट में भारत के चौथे सफलतम बल्लेबाज हैं।


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