ओलंपियन सुशील कुमार को शरण देने वाले का पता लगाने के लिए हरिद्वार ले जाया गया
दिल्ली पुलिस सोमवार को दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को यह पता लगाने के लिए उत्तराखंड ले गई कि पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में गिरफ्तार होने से पहले उन्होंने कहां शरण ली थी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस सोमवार को दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को यह पता लगाने के लिए उत्तराखंड ले गई कि पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में गिरफ्तार होने से पहले उन्होंने कहां शरण ली थी। अपराध शाखा के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें यह पता लगाने के लिए हरिद्वार ले जाया गया कि उन्होंने कहां शरण ली थी और किसने उनकी मदद की थी।
एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा पता चला है कि वह हरिद्वार के किसी आश्रम में ठहरे थे।
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि पुलिस टीम हरिद्वार से खाली हाथ लौटी क्योंकि उन्हें वहां कुछ नहीं मिला।
सूत्र ने कहा कि क्राइम ब्रांच उस सेल फोन और कपड़ों की तलाश कर रही है, जिन्हें कुमार ने 4 मई की रात को तब पहना था, जब नई दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में उनका झगड़ा हुआ था। शक ये था कि सुशील कुमार ने अपना सेल फोन और कपड़े हरिद्वार में फेंके थे, लेकिन पुलिस को ये नहीं मिले।
सूत्र ने कहा, "इस प्रकार अपराध शाखा की टीम अब खाली हाथ लौट आई है। पुलिस अब उन पर लगाए गए आरोपों में भारतीय दंड संहिता की धारा 201 (सबूत नष्ट करना) को जोड़ रही है।"
सुशील कुमार को 24 मई को स्पेशल सेल ने 18 दिन तक फरार रहने के बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया था।


