वृद्धों की सहायता के लिए चलाये जा रहे वृद्धाश्रम असहाय
उत्तर प्रदेश में इटावा के भर्थना स्थित असहाय वृद्धों की सहायता के लिए चलाये जा रहे वृद्धाश्रम खुद असहाय नजर आने लगा है।

इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा के भर्थना स्थित असहाय वृद्धों की सहायता के लिए चलाये जा रहे वृद्धाश्रम खुद असहाय नजर आने लगा है।
वृद्धाश्रम की बदहाल बुजुर्गो के लिये मुसीबन बन गयी है। वृद्धों को दवा भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इटावा की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने इस वृद्धाश्रम में गड़बड़ियो की जांच के आदेश दिये है।
भर्थना के उपजिलाधिकारी हेम सिंह ने आज यहां बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर वृद्धाश्रम की जांच की गई जिसमे पाया गया कि वृद्धों के लिए नियुक्त 16 में से छह कर्मचारी ही मौके पर मिले।
मानदेय में भी प्रति महीने कटौती किये जाने की शिकायत मिली है। भवन स्वामी को छह महीने का ही किराया मिला है।
उन्होने बताया कि लखनऊ के हेल्पेज यूथ फाउण्डेशन नामक एनजीओ से संचालित समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुमोदित वृद्धाश्रम, भर्थना के मुहल्ला आजाद रोड स्थित रजनीश पोरवाल के भवन में चल रहा है ।
भवन स्वामी रजनीश पोरवाल के नेतृत्व में रूपरानी, श्यामा देवी, रामादेवी, रामदास, रानीदेवी, जयनरायण, सुरेश कौशल समेत करीब 15 बेसहारा वृद्धों ने इटावा पहुंचकर जिलाधिकारी शेल्वाकुमारी जे के समक्ष अपनी व्यथा कही और जांच कराने की मांग की । उन्होंने जांच के लिए भर्थना एसडीएम हेंम सिंह को निर्देश दिया।


