ओझा का भार्गव पर पलटवार, कहा बेहतर होता कि केन्द्र से किसानों की मदद के लिए गुहार लगाते
केन्द्र सरकार पर राहत राशि देने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया बल्कि आश्चर्यजनक रूप से वे मूकदर्शक बने रहे थे।

भोपाल । मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव के पत्र पर पलटवार करते हुए आज कहा कि बेहतर होता कि वे अपने विधायकों, सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखकर उनसे प्रदेश के किसानों के लिए मदद की गुहार करते।
श्रीमती ओझा ने यहां जारी बयान में कहा कि भार्गव ने अपने विधायकों को लिखे पत्र में कांग्रेस सरकार के कार्यों, सुशासन और फसलों की मुआवजा राशि को लेकर, जनता के बीच जो भ्रामक कुप्रचार करने की अपील विधायकों से की वह विस्मयकारी और निंदनीय है, क्योंकि पिछले ग्यारह महीनों में प्रदेश सरकार ने जनता को राहत पहुुंचाने के लिए जो अभूतपूर्व कदम उठाये हैं, उनके परिणाम अब दिखने लगे हैं।
उन्होंने भाजपा की केन्द्र सरकार और उसके प्रादेशिक नेताओं को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब मध्यप्रदेश के किसान अतिवृष्टि से प्रभावित होकर केन्द्र सरकार की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे थे, तब प्रदेश में भाजपा सांसदों, उसके केन्द्रीय मंत्रियों, विधायकों और अन्य नेताओं ने केन्द्र सरकार पर राहत राशि देने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया बल्कि आश्चर्यजनक रूप से वे मूकदर्शक बने रहे थे।
श्रीमती ओझा ने कहा कि इन सब के बावजूद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार के पास सीमित संसाधन होने के बाद भी तत्काल 200 सौ करोड़ रूपये की राशि उन प्रभावित किसान परिवारों को वितरित किया, जिनके जान-माल की हानि हुई थी और इसी के साथ तत्काल ही 270 करोड़ रूपये की राशि उन जिलों में भी वितरित किया, जहां किसानों की फसले सर्वाधिक प्रभावित हुई थीं।


