पराली जलाने को रोकने को अब अधिकारी सोएंगे गावों में
हरियाणा के सिरसा में फसलीय अवशेष (पराली) के जलाने को रोकने के लिए ग्रामीण अंचल से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए रात के समय उन्हें गावों में ही सोने के निर्देश जारी किए गए

सिरसा । हरियाणा के सिरसा में फसलीय अवशेष (पराली) के जलाने को रोकने के लिए ग्रामीण अंचल से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए रात के समय उन्हें गावों में ही सोने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इसी के साथ पंचायती राज विभाग ने प्रदेशभर से सैंकड़ों कर्मचारियों को सिरसा में तैनात कर आमजन में पराली जलाने से नुकसान के प्रति जागरूक करने की ड्यूटी भी लगाई है।
हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने वीडियो कॉफ्रेंस के जरिये कल शाम जिला उपायुक्त अशोक गर्ग व कृषि विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर स्थिति का जायजा लेते हुए पराली जलाने पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए।
कुमार गर्ग ने जारी निर्देशों में कहा कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में यदि फसलीय अवशेष जलाए जाते हैं तो संबंधित किसान के साथ-साथ क्षेत्रिय थानाधिकारी, ग्राम सरपंच, पटवारी, ग्राम सचिव भी सीधे तौर पर जिम्मेवार होंगे। सभी का दायित्व बनता है कि वायु प्रदूषण न हो इसके लिए वे ग्रामीणों को जागरूक करें और पर्यावरण प्रदूषण रोकने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि धान की कटाई सम्पन्न होने तक कोई भी उपमंडलाधिकारी एडीओ, पटवारी, ग्राम सचिव अपने कार्य क्षेत्र को छोड़ कर न जाए, जिस गांव में ड्यूटी है कर्मचारी रात के समय वहीं पर सोएंगे। जहां भी आगजनी की समस्या सामने आती है तो तुरंत एक्शन लें। उन्होंने सभी उपमंडलाधीशों को निर्देश दिए कि वे धान कटाई के दौरान आगजनी संभावित संवेदनशील गांवों का दौरा करें और ग्रामीणों के साथ सभी सरपंचों, पटवारियों व नम्बरदारों की बैठक लें तथा ग्रामीणों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसल अवशेष आगजनी करने वाले किसानों के विरूद्ध तुरंत मुकदमें एफआईआर दर्ज करें, इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही न हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में अधिक आगजनी के केस सामने आते हैं तो संबधित एसएचओ, सरपंच, पटवारी, ग्राम सचिव के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।


