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अफसरों, जनप्रतिनिधियों ने बेच दिया गरीबों का आवास

नगर निगम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की संाठगांठ से मोपका, राजकिशोर नगर, खमतराई, बहतराई व अन्य स्थानों पर बनाए गए गरीबों के आवासों को अपात्रों को बेच दिया गया है

अफसरों, जनप्रतिनिधियों ने बेच दिया गरीबों का आवास
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बिलासपुर। नगर निगम अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की संाठगांठ से मोपका, राजकिशोर नगर, खमतराई, बहतराई व अन्य स्थानों पर बनाए गए गरीबों के आवासों को अपात्रों को बेच दिया गया है। इस संबंध में महापौर और आयुकत से शिकायत की गई है जिस पर उन्होंने जांच कराकर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।

महापौर किशोर राय ने कहा है कि यह बड़ा मामला है। गरीबों के मकान पर किसी दूसरे का हक नहीं होगा। जानकारी लेकर ऐसे लोगों को मकान से हटाया जाएगा जो पात्र नहीं है। केवल विस्थापित व पात्र परिवारों को ही अटल आवास तथा आईएसडीपी के मकान आबंटन किए जाएंगे।

शहर में 2000 आईएसडीपी के मकान 10 सालों में नगर निगम ने बनाए हैं। इन मकानों मे बेजा कब्जा में रह रहे तथा निगम द्वारा विकास कार्य के लिए बेदखल किए गए परिवारों को आबंटित किया जाना है नगर निगम ने शहर व आसपास के इलाकों में उन स्थानों पर मकानों का निर्माण किया जहां आवासीय परिसर तथा ईडब्ल्यूएस के लिए बिल्डरों ने जगह छोड़ी थी। लेकिन मोपका में एक कालोनी में इन गरीबों के मकान को निगम के कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों ने बेच दिया। कुछ लोगों ने तो मकान के एवज में दो लाख रूपए दे दिए। हालांकि यह रकम किसे मिली खुलासा नहीं हुआ है लेकिन सैकड़ों मकानों को बेचने की खबर है। इस मामले की जानकारी आज निगम आयुक्त सौमिल रंजन चौबे को मिली है।

वहीं महापौर किशोर राय ने कहा कि मकानों में गरीबों का हक है। अपात्र परिवारों को मकान में कब्जा दिलाया होगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। चिंगराजपारा, अन्नपूर्णा कालोनी समेत कई जगहों में उन परिवारों को मकानों से खदेड़ा गया जो आईएसडीपी के लिए पात्र नहीं थे। अन्नपूर्णा कालोनी में बिल्डर द्वारा छोड़ी गई जगह में बनाए गए आईएसडीपी के 24 मकान में बाहरी लोगों ने कब्जा कर लिया था। यहां के कुछ भाजपा नेताओं ने अन्नपूर्णा कालोनी के खाली मकानों में अपने लोगों के शिफ्ट कर दिया था। निगम के अधिकारी पंकज पंचायती दलबल के साथ अन्नपूर्णा कालोनी पहुंचे और यहां से जबरिया घर में रह रहे 18 परिवारों को बाहर कर दिया है।

भाजपा नेताओं के खिलाफ यहां आक्रोश दिखा। आईएसडीपी के मकान को लेकर चर्चा है कि निगम के कुछ अधिकारियों से सांठगंाठ कर बाहर के लोग ऐसे लोगों को मकान भी आवंटित कर दिया है। निगम ने शहर में जगह-जगह चलाए गए अतिक्रमण अभियान के बाद विस्थापित लोगों को जगह-जगह बनाए अटल आवास मकान आवंटित किया। इनमें मोपका स्थित जॉव इन्क्लेव कालोनी में बनाया गया अटल आवास भी एक है। जनप्रतिनिधि और निगम अधिकारियों ने जुगलबंदी कर मोपका के पास जॉव इन्क्लेव कालोनी में गैर विस्थापित बाहरी लोगों को अटल आवास में मकान आवंटित कर दिया है।

3 लाख तक दिए हैं

जानकारी मिल रही है कि मकान पाने के लिए बाहरी लोगों ने दो से तीन लाख रूपए खर्च किए हैं। शिकायत के बाद कमिश्नर सौमिल रंजन ने जांच का आदेश दिया है। जानकारी मिली है कि गरीबों के घर को निगम के कुछ अधिकारियों ने बेच दिया है। बाहरी लोगों को स्थानीय और अतिक्रमण के दौरान विस्थापित बताकर आईएसडीपी में मकान आवंटित किया है।

बाहरी लोगों ने आईएसडीपी में मकान पाने के लिए दो से तीन लाख रूपए खच्र किए हैं। इन्क्लेव के अटल आवास में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि तखतपुर का रहने वाला है। इसी तरह एक महिला ने बताया कि हम लोग बाहर के हैं। निगम ने हम लोगों को अटल आवास में रहने के लिए मकान आवंटित किया है।

उसने यह भी बताया कि उसका मकान न तो अशोक नगर में था और न ही चिंगराजपारा या अन्य किसी विस्थापित किए गए जगह में हो लेकिन निगम में काम करने वाले कुछ लोगों को दया से मकान मिल गया है। नाम नहीं छापने की शर्त पर जाव इन्क्लेव के एक व्यक्ति ने बताया कि ऊपर मकान में चार बंद कमरे बाहरी लोगों के हैं। उन्हें मकान कैसे मिला यह तो नहीं जानता। लेकिन चारों मकान जिन्हें आवंटित किए गए हैं वे लोग विस्थापित नहीं हैं। कुछ लोगों ने मकान की किराये पर चढ़ा दिया है। विस्थापित कई परिवार को तीन-तीन, चार-चार मकान आवंटित किया गया है।

कुछ मकान किराये पर चढ़ा दिया गया है तो कुछ में ताला लगा हुआ है। जॉव इन्क्लेव में एक महिला दुकानदार ने बताया कि अटल आवास का मकान बहुत छोटा है।

किसी तरह परिवार के चार सदस्यों का नाम अलग-अलग लिखाने पर चार मकान मिल गया है। घर के दूसरे सदस्य अन्य जगहों में रहते हैं। दो मकान में दुकान खोल लिया है। एक मकान पढ़ने वाले छात्रों को किराए पर दिया है। महिला ने बताया कि आईएसडीपी में ज्यादातर सभी लोग अपना मकान किराए पर चढ़ा दिए हैं। दो एक लोग ने दुकान भी खोल लिया है। लोगों ने फर्जी ढंग विस्थापित बताकर मकान मिला है। बाकी कुछ कमी को निगम के अधिकारियों ने पूरा कर दिया। फर्जी तरीके से दस्तावेज भी बना लिए।

किराए पर दे दिया

मालूम हो कि जॉब इन्क्लेव में 36 अटल आवास बनाए गए हैं। निगम ने जगह-जगह अतिक्रमण अभियान के दौरान विस्थापित लोगों को जॉब इन्क्लेव में मकान आवंटित किया है। ज्यादातर लोगों ने मकान को किराए पर चढ़ा दिया है। दो की कतार में बनाए गया अटल आवास दो मंजिला है। दोनों तरफ 9-9 मकान नीचे और उतने ही ऊपर है। आयुक्त सौमिल रंजन चौबे ने कहा है कि शिकायत मिलते ही मैने तत्काल जांच कमेटी गठन कर पड़ताल करने का आदेश दिया है।

अटल आवास में सिर्फ स्थानीय जरूरत मंदों ओर अतिक्रमण अभियान के दौरान विस्थापित लोगों को आवंटित किया जाएगा। मकान आवंटित होने से पहले सभी हितग्राहियों को जरूरी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होता है।


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