किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं कर पा रहे प्राधिकरण के अधिकारी
25 अप्रैल को किसान ग्रेनो प्राधिकरण पर महापड़ाव का किया ऐलान

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास किसानों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय उसे उलझाता जा रहा है। किसानों लगातार अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण कार्यालय पर धरना प्रदर्षन कर रहे हैं, प्राधिकरण का कोई भी अधिकारी किसानों की समस्या का सार्थक समाधान निकालने के बजाय उन्हें आष्वासन देकर दरका दे रहा है।
सच्चाई यह है कि प्राधिकरण में ऐसा कोई अधिकारी नहीं तो जो किसानों की समस्याओं से संबंधित मांगों के बारे में विस्तृत जानकारी रखता है। ऐसे में किसानों ने फिर 23 मार्च को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर महापड़ाव करने का निर्णय लिया। महापड़ाव को लेकर रविवार किसान सभा की 45 गांव की कमेटियों की पंचायत ब्रह्मपाल सूबेदार खोदना खुर्द के यहां आयोजित की गई।
पंचायत की अध्यक्षता नंबरदार जगदीश ने की पंचायत का संचालन जगबीर नंबरदार ने किया पंचायत में वक्ताओं ने प्राधिकरण पर किसानों के शोषण का आरोप लगाया 23 मार्च को किसान सभा के आंदोलन के दौरान प्राधिकरण अधिकारियों से हुई वार्ता में प्राधिकरण अधिकारियों द्वारा 10 फीसदी आबादी प्लाट साढे 17 फीसदी किसान कोटा एवं नई खरीद में 6 फीसदी आबादी प्लाट देने के इनकार करने से किसानों में भारी रोष है किसानों ने आज अपने मुद्दों को ज्यादा धार देने का निर्णय लिया।
किसानों का कहना है कि हमारे समक्ष आंदोलन चलाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है यदि हमें प्राधिकरण के शोषण से मुक्ति पानी है एवं अपने हनन किए अधिकारों को पुनः प्राप्त करना है तो प्राधिकरण के विरुद्ध अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालना पड़ेगा किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने 25 अप्रैल को प्राधिकरण पर हजारों की संख्या में महापड़ाव डालने का प्रस्ताव किया जिसे उपस्थित 45 गांवों के किसानों ने सर्वसम्मति से पास किया महापड़ाव की तैयारी के लिए सभी गांवों में कमेटियों द्वारा महापड़ाव के दौरान अपने अपने गांव से कम से कम 50- 50 लोगों की सूची 10 अप्रैल तक किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर को उपलब्ध कराने के लिए कहा है राजेंद्र प्रधान ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि हमें इस बीच मोटरसाइकिल रैली निकालकर गांव में महापड़ाव की तैयारी करनी है जिसे सभी ने सर्वसम्मति से पास किया है।


