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 चप्पलकांड में अधिकारी लामबंद, मुख्य सचिव से मिला राज्य प्रशासनिक सेवा संघ

मुंगेली जिला पंचायत में हुये चप्पलकांड ने प्रदेश के सभी वर्ग के अधिकारियो को लामबंद कर दिया है

  चप्पलकांड में अधिकारी लामबंद, मुख्य सचिव से मिला राज्य प्रशासनिक सेवा संघ
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रायपुर। मुंगेली जिला पंचायत में हुये चप्पलकांड ने प्रदेश के सभी वर्ग के अधिकारियो को लामबंद कर दिया है। राज्य प्रशासनिक सेवा का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मुख्य सचिव अमिताभ जैन से मिला। ने मुख्य सचिव को एक ज्ञापन सौंपकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल व्यास को चप्पल से मारने की कोशिश करने वाली जिला पंचायत सदस्य पर कार्रवाई करने मांग की है।

छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ, प्रदेश भर के अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर जैसे राज्य सेवा के अधिकारियो का संगठन है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष पांडेय के नेतृत्व में अन्वेश घृतलहरे, पूनम सोनी, दिव्या वैष्णव, अर्चना पांडे और राकेश साहू के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन से मुलाकात कर अपनी चिंता जताई।

उनका कहना था, इस तरह की कोशिश अधिकारी को उनका काम करने से हतोत्साहित करती है। ऐसा रहा तो कोई अफसर सामान्य ढंग से काम नहीं कर पाएगा। संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुंगेली जिला पंचायत के सी ई ओ राहुल ब्यास के साथ एकजुटता दिखाई। उन्होंने जिला पंचायत सदस्य लैला ननकू भिखारी की चप्पल से मारने की कोशिश को अमर्यादित, अभद्र और अपमानजनक व्यवहार बताते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की। साथ ही सुरक्षा के प्रति चिंता जताते हुए संरक्षण भी मांगा। इससे पहले राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने अपनी एक बैठक में इस घटना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया।

इस घटना को लेकर प्रशासनिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया है। छत्तीसगढ़ आई ए एस एसोसिएशन पहले ही अपना विरोध जता चुका है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज पिंगुआ ने तीन दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात की है। इधर विभिन्न कर्मचारी और रा जपत्रित अधिकारियों का संगठन भी राहुल के समर्थन में आ गया है। कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी भी दी है।

घटना 23 दिसम्बर की है। उस दिन जिला पंचायत सदस्य लैला ननकू भिखारी किसी काम से सी ई ओ से मिलने गईं थी। बातचीत बहस में बदल गई और जिला पंचायत सदस्य ने अधिकारी को मारने के लिए चप्पल हाथ में उठा लिया। सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव किया। महिला जिला पंचायत सदस्य का आरोप है कि जिला पंचायत सीईओ ने बहस के दौरान उनकी जाति को लेकर बात की। इसकी वजह से उनको गुस्सा आ गया।


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