हादसों के साथ सेफ्टी पर रेलकर्मियों में विश्वास जगाने में जुटे अधिकारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में रेल हादसों को देखते हुए रेल मंत्री बदल दिया लेकिन हादसे हैं कि थमने का नाम नहीं ले रहे हैं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में रेल हादसों को देखते हुए रेल मंत्री बदल दिया लेकिन हादसे हैं कि थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आज आगरा में एक पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन रेलवे के सेफ़्टी के प्रति गम्भीरता के दावों की कलई जरूर खुल गई। वहीं उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने पानीपत रेलवे स्टेशन पर संरक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ एक वार्ता सत्र का आयोजन किया।
दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक आरएन सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा इंजीनियरिंग, परिचालन, मैकेनिकल, सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिक, गार्ड, स्टेशन मास्टर और लोको पायलट इत्यादि कर्मचारियों एवं पर्यवेक्षकों के साथ संरक्षा से जुड़े मुद्दों और पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की एवं उन्हें कामकाज के दौरान आई परेशानियों एवं परिस्थितियों को गंभीरता से सुनने एवं समझने पर जोर दिया। इस वार्ता सत्र में लगभग सौ कर्मचारियों एवं पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।
आर एन सिंह मंडल रेल प्रबंधक दिल्ली ने पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों को अपने संबोधन में रेलवे से संरक्षा और सतर्कता से जुड़े सभी पहलुओं इत्यादि को पहली वरीयता देने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान प्राप्त हुए सभी अच्छे सुझावों पर अमल किया जाएगा और उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर ऐसे इंटरएक्टिव सेशन्स का नियमित तौर पर आयोजन किया जाएगा। बता दें कि श्री सिंह को खतौली हादसे के बाद अवकाश पर भेज दिया गया था और अब उन्हें वापिस रेलवे ने बहाल कर दिया है। इसके बाद ही अब रेलवे बोर्ड अध्यक्ष अश्विनी लोहानी ने निर्देश दिये हैं कि रेलवे के सभी स्तर विशेष कर सेफ्टी से जुड़े कर्मियों के बीच बातचीत कर उनके भीतर के विश्वास को बढ़ाया जाए और उनकी समस्याओं का भी निदान किया जाए।


