वित्तवर्ष 2018-19 में ओडिशा की आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही
उद्योग क्षेत्र की प्रगति से वित्तवर्ष 2018-19 में राज्य की आर्थिक विकास दर पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 8.4 फीसदी हो गई। प्रदेश की आर्थिक विकास दर के ये आंकड़े आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में दर्शाए गए हैं

भुवनेश्वर । ओडिशा में उद्योग क्षेत्र की प्रगति से वित्तवर्ष 2018-19 में राज्य की आर्थिक विकास दर पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 8.4 फीसदी हो गई। प्रदेश की आर्थिक विकास दर के ये आंकड़े आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में दर्शाए गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्तवर्ष 2017-18 में प्रदेश की आर्थिक विकास दर 7.4 फीसदी थी।
हालांकि प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय पिछले सात साल में 28,000 रुपये बढ़ी है, लेकिन बेरोजगारी दर 2017-18 में देश के अन्य हिस्से से अधिक रही।
प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के साथ-साथ ओडिशा हरियाणा, पंजाब, केरल, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों से ज्यादा तेजी से विकास करने वाला प्रांत बन गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, "उच्च आर्थिक विकास दर मुख्य रूप से उद्योग क्षेत्र की प्रगति के आधार पर दर्ज की गई है। पिछले चार वर्षो के दौरान कुल उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी में लगातार वृद्धि हुई है और 2018-19 में प्रदेश के सकल मूल्यवर्धित (जीवीए) में इसका योगदान 39.47 फीसदी रहने का अनुमान है।"
तीन प्रमुख क्षेत्रों- कृषि व संबंधित कार्यकलाप, उद्योग और सेवा में उद्योग की विकास दर सबसे तेज रही है। विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर भी लगातार चौथे साल दोहरे अंकों में रही है।
कृषि क्षेत्र से जुड़े परिवार की औसत मासिक आय 2012-13 में 4,976 रुपये थी जो 2016-17 में बढ़कर 7,731 रुपये हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार, सूखा के कारण कृषि क्षेत्र के उत्पादन में कमी आई। हालांकि 2018-19 में कृषि क्षेत्र में तेजी आई और इसकी विकास दर 8.3 फीसदी रही।
प्रदेश में महंगाई दर 2018-19 में 2.9 फीसदी रही, जो संपूर्ण भारत की औसत महंगाई दर से कम है। यह प्रदेश में अधिक क्रयशक्ति का सूचक है।
ओडिशा में 2018-19 में प्रति व्यक्ति आय (वास्तविक) 75,796 रुपये रहने का अनुमान है, जबकि यह 2017-18 में 70,799 रुपये थी।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में 2017-18 में बेरोजगारी दर 7.1 फीसदी रही, जबकि देश की बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी।


