ओडिशा: तूफान तितली के जाने के बाद राहत कार्य तेज
तूफान के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को बिजली, पानी, सड़क और टेलीफोन सेवा को फिर बहाल करने के निर्देश दिए

भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवाती तूफान ‘तितली’ से प्रभावित इलाकों में अधिकारियों को जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है।
पटनायक ने चक्रवात तूफान के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को बिजली, पानी, सड़क और टेलीफोन सेवा को फिर बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ए.पी पढी ने समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि चक्रवाती तूफान से सबसे ज्यादा गजपति जिला प्रभावित हुआ है। जिले के लगभग सभी प्रखंड़ प्रभावित हुए हैं। पेड़ उखड़ कर सड़क पर गिर गए हैं जिससे सड़क और संचार सेवायें बाधित हो गयी हैं।
जिले में 126 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही तेज हवा के कारण तार टूटने से कई जगहों पर बिजली सेवा भी प्रभावित हुई है हालांकि गंजम जिले के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गयी है।
पढी ने कहा कि राहत और बचाव कार्य के लिए 13 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और 20 ओडिशा आपदा मोचल बल की टीमें विभिन्न संवेदनशील इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए लगायी गयी हैं। सरकार ने हालात को देखते हुए गजपति जिले में दो अतिरिक्त टीमों की मांग की है।
मुख्य सचिव ने कहा पश्चिमी ओडिशा को छोड़कर पूरे राज्य में आज पूरे दिन भारी बारिश होने के आसार हैं।
गंजम ,गजपति, बालासोर और जगतसिंहपुर जिलों में औसतन 100 मिलीमीटर बारिश हुई। गजपति जिले में औसतन 200 मिलीमीटर बारिश हुई और गजपति जिले के मोहन ब्लॉक में 315 मिमी बारिश हुई।
पढ़ी ने आज चक्रवात तूफान के कारण किसी भी बाढ़ की स्थिति से इन्कार कर दिया लेकिन कहा कि रायगढ़ा और गजपति जिलों में भारी बारिश के चलते वंशधरा नदी में बाढ़ की आशंका है।


