Top
Begin typing your search above and press return to search.

ओडीएफ ग्राम के सरपंच को कर्ज चुकाने बेचनी पड़ी जमीन

जांजगीर ! स्वच्छ भारत मिशन के तहत पंचायत विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों को ओडीएफ बनाने की मुहिम में शामिल पामगढ़ के कुटरा बोड़ पंचायत ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया

ओडीएफ ग्राम के सरपंच को कर्ज चुकाने बेचनी पड़ी जमीन
X

जांजगीर ! स्वच्छ भारत मिशन के तहत पंचायत विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों को ओडीएफ बनाने की मुहिम में शामिल पामगढ़ के कुटरा बोड़ पंचायत ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और 30 अप्रैल 2016 को 229 शौचालय का निर्माण कर ओडीएफ मुक्त ग्राम का तमगा भी हासिल कर लिया मगर मोदी केी इस मुहिम के घ्वज कर लिया मगर मोदी की इस मुहिम के ध्वज वाहक बने महिला सरपंच के परिवार को इसका खामियाजा भी भुगतान पड़ा जिसे अपनी 1 एकड़ 30 डिसमील जमीन बेचनी पड़ी क्योंकि निर्माण सामाग्री की उधारी व तकादे से परेशान सरपंच के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं था।
पामगढ़ किासखण्ड के ग्राम पंचायत कुटराबोड़ सरपंच श्रीमती सरोजनी तुलसीदास मानिकपुरी ने गांव को खुले में शाच मुक्त बनाने केन्द्र सरकार की मुहिम का हिस्सा बनना तय किया जो 97 माडल शौचालय का निर्माण करा अपने गांव को ओडीएफ मुक्त गांव 30 अप्रैल 2016 को बनवा लिया जिसके लिये गांव में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। सरपंच व ग्रामीणों को इस बात पर गर्व भी था मगर मगर इसके बदले शासन से मिलने वाला प्रोत्साहन राशि प्रति शौचालय 12 हजार की दर से कुल 27 लाख 84 हजार रूपयों में से पहली किश्त 9 लाख व दूसरी किश्त 6 लाख ही भुगतान पंचायत विभाग स हो गा जिसके चलते निर्माण सामाग्री ईट सीमेन्ट छड़ आदि जो कि उधारी में यह सोच लिया गयाथा कि ओडीएफ घोषित होने उपरान्त राशि जारी होने पर भुगतान कर दिया जायेगा मगर 6 माह से ज्यादा वक्त बीतने के बाद सप्लायर पैसों के लिये घर तक पहुंचने लगे जिससे तंग आकर सरपंच पति तुलसीदास ने अपने सेवानिवृत्त पिता द्वारा खरीदे कीमती जमीन में से एकड़ 30 डिसमील जमीन को बेच कर कर्ज का बोझ कुछ हल्का किश्त पंचायत विभाग द्वारा जारी की गयी है। बावजूद इसके 9 माह बाद अब भी 6 लाख 84 हजार का भुगतान पाना बाकि है। जिसके लिये सरपंच पंचायत विभाग द्वारा चक्कर काट रही है वही पंचायत विभाग भुगतान ऊपर से नहीं आने का हवाला दे राशि उपलब्ध होने पर भुगतान देने की बात कर रहे है।
सहमा है सरपंच परिवार
सरपंच द्वारा जमीन बेच कर कर्ज चुकाने की हिम्मद तो कर ली मगर इस बात को मीडिया से चर्चा के दौरान उसके चेहरे पर बल पड़ रहे थे। उसे बताया कि ऐसा करने से अधिकारी उसके खिलाफ कही दुर्भावनावश झूठा प्रकरण बना न दे। हांलाकि इस परिवार को ढ़ांढ़स बंधाने क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य प्रीति अजय दिव्य भी पहुंचे जो स्वयं जिला पंचायत लंबित भुगतान जारी करने की मांग कर चुके है।
७ लाख का भुगतान शेष- सरपंच
इस संंबंध में ग्राम पंचायत कुटराबोड़ की महिला सरपंच श्रीमती सरोजनी तुलसीदास मानिकपुरी का कहना है कि लगातार कर्ज के विरूद्ध आ रहे तकादे से उसके परिवार ने जमीन बेच कर कुछ उधारी चुकाई है। अभी भी पंचायत विभाग से इस मद का 6.84 लाख की रकम अप्राप्त है।
जानकारी नहीं - सीईओ
इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजती बंसत का कहना है कि कुटराबोड़ सरपंच को शौचालय भुगतान कितना हुआ कितना बाकि इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में स्वच्छता मिशन समन्वयक से जानकारी ली जा सकती है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it