नियुक्ति की मांग को लेकर नर्सिंग कार्मिको ने किया कार्य का बहिष्कार
राजस्थान में संविदा नर्सिंग कार्मिकों ने शुक्रवार को एक घंटे का कार्य बहिष्कार कर सरकार से नियुक्ति देने की मांग करते हुये आग्रह किया कि इसके लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाय।

अजमेर। राजस्थान में संविदा नर्सिंग कार्मिकों ने शुक्रवार को एक घंटे का कार्य बहिष्कार कर सरकार से नियुक्ति देने की मांग करते हुये आग्रह किया कि इसके लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी की जाय।
वर्ष 2018 भर्ती संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक पवन कुमार मीणा के नेतृत्व में अजमेर के संविदा नर्सिंग कर्मियों ने जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के बाहर कार्य बहिष्कार कर जमकर प्रदर्शन किया और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा से मांग की कि प्रदेश के सभी संविदा कर्मियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से उनके नियुक्ति आदेश जारी करें।
श्री मीणा ने मीडिया से कहा कि संविदा कर्मी सामान्य दिनों में और अभी वर्तमान में कोविड-19 के चलते अपनी जान जोखिम में डालकर पूरी निष्ठा के साथ सेवाएं दे रहे है लेकिन सरकार की ओर से 28 अप्रैल को जारी की गई चयनित सूची से वर्ष 2018 के चयनित कार्मिकों जिनकी संख्या करीब सात हजार है को वंचित रखा गया है जो कि असहनीय है।
उन्होंने मांग की की सरकार तत्काल इस पर निर्णय कर राहत दे अन्यथा इस महामारी के बीच में ही हमें मजबूर होकर राज्य व्यापी आंदोलन करना पड़ेगा। मीणा ने बताया कि आज भी प्रदेश में एक घंटे का सामूहिक बहिष्कार किया गया।
इधर अजमेर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि संविदा नर्सेज कर्मी भ्रम के चलते गफलत में है। वे सभी चयनित है और उन्हें नियुक्ति में किसी तरह की कोई अड़चन नहीं है।


