चिकनपाक्स से पीड़ितों की बढ़ने लगी संख्या
गर्मी की शुरुवात होते ही चिकन पौक्स का फैलाव बढ़ने लगा है

बिलासपुर। गर्मी की शुरुवात होते ही चिकन पौक्स का फैलाव बढ़ने लगा है। शहर के जूना बिलासपुर स्थित फजलबाड़ा में आधा दर्जन लोग चिकनपॉक्स की चपेट में आ गए है। जिनका उपचार चल रहा है। गर्मी की शुरुवात से ही चिकनपॉक्स के वायरस ज्यादा सक्रिय हो जाते है।
गर्मी बढ़ते ही शहर में चिकन पॉक्स ने पैर पसार लिया ह।ै जिसकी चपेट में जूना बिलासपुर के आधा दर्जन लोग आ चुके है। वही सिम्स ,जिला अस्पताल में भी हर दिन एक दो मरीज चिकनपॉक्स के आ रहे है। चिकन पॉक्स की चपेट में ज्यादातर 10 से 12 वर्ष के बच्चे आ रहे है।
चिकनपॉक्स वेरिसेला जोस्टर नामक वायरस से होने वाली बीमारी है। यह एक प्रकार का संक्रामक रोग है जो खाँसने, छीकन,े छूने या रोगी के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। नवजात से लेकर 10 से 13 साल के बच्चो को चिकनपॉक्स की समस्या ज्यादा होती है।
लेकिन कई मामला में ये इससे अधिक उम्र के लोगो को भी हो सकती है। एक बार यह रोग होने और इसका पूरा इलाज़ लेने के बाद इसके दोबारा होने की आशंका कम हो जाती है लेकिन 50 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगो को कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण यह बीमारी फिर से हो सकती हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति ओर चिकनपॉक्स से पीड़ित मरीज के सीधे संपर्क में आने से भी यह रोग हो सकता है।
ऐहतियात जरूरी
गर्मियों में ज्यादातर चिकनपॉक्स की बीमारी होती है। इस रोग के शुरू होते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वहीं खानपान पर परहेज भी करना चाहिए। इसके अलावा रोगी की इस्तेमाल की हुई चीजों को घर के अन्य लोगों को प्रयोग नहीं करना चाहिए।
डॉ. आरके अग्रवाल
मेडिसिन विशेषज्ञ


