एनटीपीसी के राखड़ डेम निर्माण का ग्रामीणों ने किया विरोध
पुसौर ब्लॉक के ग्राम लारा में लग रहे एनटीपीसी पावर प्लांट के लिए बन रहे राखड़ डेम के विरोध में ग्रामीण झिर्रीटार, बोड़ाझरिया सहित आसपास के तीन गांव के ग्रामीण विरोध पर उतरते हुए उसका काम बंद करवाने में

रायगढ़ । पुसौर ब्लॉक के ग्राम लारा में लग रहे एनटीपीसी पावर प्लांट के लिए बन रहे राखड़ डेम के विरोध में ग्रामीण झिर्रीटार, बोड़ाझरिया सहित आसपास के तीन गांव के ग्रामीण विरोध पर उतरते हुए उसका काम बंद करवाने में लग गए हैं। वहीं विरोध को देखते हुए पुलिस ने आंदोलनकारियों को हटाने के लिए बल लगा दिया है।
भारी पुलिस बल की उपस्थिति में फ्लाई ऐश डेम का काम शुरू तो हो गया है, पर अभी भी क्षेत्र के लोग ऐश डेक निर्माण स्थल पर अपनी जमीनों से निकलने वाले तेंदूपत्ते की बोनस राशि एवं जमीन के बदले नौकरी की मांग पर अढ़े हुए हैं।
लारा स्थित एनटीपीसी पावर प्लांट स्थल का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और जल्द ही देश का अत्याधुनिक पावर प्लांट यहां तैयार हो जाएगा। इस पावर प्लांट के लिए एनटीपीसी ने ग्राम झिरीटार तथा बोड़ाझरिया से लगे एक इलाके में फ्लाई ऐश डेम का काम शुरू किया था। जिसे ग्रामीणों ने विरोध करते हुए रूकवा दिया था।
इस क्षेत्र के किसान व ग्रामीण कहते हंै कि जिस जमीन पर फ्लाई ऐश डेक का निर्माण किया जा रहा है। वहां की जमीनों को लेने के बाद एनटीपीसी प्रबंधन ने समझौता का खुला विरोध किया है और उन्हें न तो तेंदुपत्ता का बोनस दिया गया है और न ही जमीन के बदले नौकरी की पहल की जा रही है।
फ्लाई ऐश डेम के निर्माण स्थल पर काम रूक जाने के चलते एनटीपीसी प्रबंधन ने जिला प्रशासन से आग्रह किया था कि इस निर्माण कार्य को शुरू कराने के लिए सहयोग दें। तब प्रशासन ने मौके पर पुलिस भेजकर इस काम को शुरू करवाने के लिए कल दोपहर निर्माण स्थल पर भारी सुरक्षा के बीच काम को शुरू करवाया। रायगढ़, पुसौर से पहुंची पुलिस टीम ने बकायदा जंगलों के बीच तैनात होकर फ्लाई ऐश के काम को शुरू करवाते हुए विरोध करने वाले ग्रामीणों को बातचीत करने के लिए तैयार किया है।
चर्चा के लिए ग्रामीण तैयार
इस दौरान रायगढ़ एसडीएम प्रकाश सर्वे भी मौके पर पहुंचे। पुसौर थाना प्रभारी सलीम तिग्गा का कहना है कि बोनस तथा नौकरी संबंधी मांग पर चर्चा के लिए ग्रामीण तैयार हो गए हैं और लिखित समझौते के लिए एक बैठक लेकर उनकी मांगों पर पहल पर भी सहमति बन गई है।
बहरहाल पुलिस की मौजूदगी व प्रशासन की सहमति से ग्रामीणों तथा एनटीपीसी प्रबंधन के बीच इस बात को लेकर सहमति बनाई जा रही है कि ग्रामीणों की जायज मांगों पर पहल हो ताकि दुबारा काम में रूकावट न आ सके।


