29 स्थानों पर लगाए नोज बैरियर
यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने के लिए दोपहिया वाहनों के लिए अलग से लेन बनाया गया है

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने के लिए दोपहिया वाहनों के लिए अलग से लेन बनाया गया है। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक अलग लेन बनाने का कार्य करीब पूरा हो चुका है।
वाहनों की गति के हिसाब से लेन निर्धारित किया गया है। इसके लिए एक्सप्रेस-वे पर मार्किंग पेंट किया जा रहा है। अगर कोई वाहन निर्धारित लेन पर नहीं चल रहा है तो उसका चालान काटा जाएगा। तेज रफ्तार में चढ़ने वाले वाहनों का चालान करने के लिए एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा को लेकर सोमवार यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरूणवीर सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने व सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 27 मार्च को लखनउ में बैठक की थी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा को लेकर कई सुझाव दिए थे। जेपी इंफ्राटेक को इसका पालन करने के लिए छह माह का समय दिया गया था।
मुख्यमंत्री के सुझाव को जेपी इंफ्राटेक ने कितना पालन किया इसे लेकर सीईओ ने बैठक की। जिसमें जेपी इंफ्राटेक की तरफ से बताया गया कि एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी कैमरो की संख्या कम होने पर दस मिनट के अंतराल पर कोई वाहन तेज रफ्तार में गुजरता है तो उसका फोटो कैद नहीं हो पाता है। इसके लिए एक्सप्रेस-वे पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। तेज रफ्तार मं चलने वाले वाहनों को ई-चालान किया जा रहा है।
15 दिन के अंदर कोई वाहन चालक चालान का जुर्माना नहीं भरता है उसे कोर्ट में भेज दिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर किस समय कितने वाहन चलते है और सबसे ज्यादा किस समय पर वाहनों की संख्या ज्यादा होती है इसका पूरा ब्यूरो उपलब्ध हो रहा हे। उस हिसाब से सुरक्षा का इंतजाम किया जा रहा है।
सीईओ डा. अरूणवीर सिंह ने बताया कि दोपाहिया वाहनों के लिए एक्सप्रेस-वे पर अलग से कॉरिडोर बनाया गया है। 60 व 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से चलने वाले वाहनों के लिए अलग से लेन निर्धारित किया गया हे। इसके लिए एक्सप्रेस-वे पर मार्किंग यानी पेंट किया गया है। माल वाहक वाहनों के लिए अलग से लेन है।
कोई भी वाहन अगर निर्धारित लेन पर नहीं चल रहा है तो उसका ई-चालान किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर अक्सर डिवाइडर से टकरा कर वाहन नीचे गिर जाते हैं। वाहन नीचे न गिरने पाए ऐसे 29 स्थानों को चिन्हित कर नोज बैरियर लगाया गया है। एलईडी लाइट व मेटल क्रेष बैरियर लगाने क लिए जेपी इंफ्राटेक ने समय मांगा है।
जेपी को इसके लिए समय प्रदान किया गया है। एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह पर कट बन गए थे उस कट को बंद कर दिया गया है। एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह बस रोक कर सवारी बैठाने व उतारने वाले बस चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ऐसे बस की पूरी सूचना पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी।
। बैठक में एसपी ट्रैफिक मथुरा ब्रिजेश सिंह, एसपी ट्रैफिक गौतमबुद्धनगर अनिल कुमार झा, प्राधिकरण के महाप्रबंधक परियोजना देवेंद्र बालियान, एआरटीओ हाथरस महेश, सीनियर प्रबंधक एनके जैन, जेपी ठंफ्राटेक व राइटस के अधिकारी मौजूद थे।


